अजमेर को स्मार्ट सिटी बनाने की तैयारियां जोर शोर से
अजमेर। राजस्थान के सबसे प्राचीन एवं देश के एतिहासिक शहरों में एक अजमेर शहर को ‘‘स्मार्ट सिटी‘‘ के रूप में परिवर्तित करने के लिए जोर शोर से ...
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अजमेर। राजस्थान के सबसे प्राचीन एवं देश के एतिहासिक शहरों में एक अजमेर शहर को ‘‘स्मार्ट सिटी‘‘ के रूप में परिवर्तित करने के लिए जोर शोर से तैयारियां प्रारम्भ की जा रही है। इसके लिए विभिन्न स्तर पर जिम्मेदारियां भी दी जाएंगी।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषि मलिक की अध्यक्षता में आज उनके कक्ष में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में स्मार्ट सिटी की आवश्यकताओं और इसकी रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की गई। जिसमें अजमेर नगर निगम के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कन्सलटेन्ट कम्पनी के प्रतिनिधि मौजूद थे।
जिला कलक्टर ने स्मार्ट सिटी की प्रारम्भिक आवश्यकताओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उनके द्वारा हाल ही में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्राी द्वारा ली गई बैठक में दिए गए निर्देशों के बारे में विस्तार से बताया। दिल्ली की इस बैठक में महापौर गहलोत भी मौजूद थे।
जिला कलक्टर ने अजमेर शहर की पानी, बिजली, यातायात व्यवस्था के साथ-साथ सेनीटेशन, भविष्य में आधुनिक व सुव्यवस्थित आवासीय बस्तियों का निर्माण, ग्रीन वाॅक वे, अजमेर की साफ सफाई व्यवस्था, भूमिगत बिजली लाईन बिछाने, आई.टी. व एज्यूकेशन हब विकसित करने के बारे में चर्चा करते हुए सभी विभागों से सुझाव लिए और कंसलटेन्ट कम्पनी के प्रतिनिधियों को दो दिन में इस आधार पर विजन डाॅक्यूमेन्ट तैयार करने को कहा।
नगर निगम के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि अजमेर शहर को देश के सबसे प्रारम्भिक शहर में सम्मिलित कर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करना है और इसके लिए शहर के प्रत्येक नागरिक को इसमें कटिबद्ध होकर सहयोग देना होगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि नगर निगम अपनी जिम्मेदारियों को पूरी तत्परता से निभाइगी।
बैठक में नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एच. गूईटे, अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त स्नेहलता पंवार, अतिरिक्त कलक्टर शहर हरफूल सिंह यादव सहित जलदाय, विद्युत, सूचना प्रौद्योगिकी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
जिला कलक्टर डाॅ. आरूषि मलिक की अध्यक्षता में आज उनके कक्ष में आयोजित एक महत्वपूर्ण बैठक में स्मार्ट सिटी की आवश्यकताओं और इसकी रूपरेखा पर विस्तार से चर्चा की गई। जिसमें अजमेर नगर निगम के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व कन्सलटेन्ट कम्पनी के प्रतिनिधि मौजूद थे।
जिला कलक्टर ने स्मार्ट सिटी की प्रारम्भिक आवश्यकताओं के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए उनके द्वारा हाल ही में केन्द्रीय शहरी विकास मंत्राी द्वारा ली गई बैठक में दिए गए निर्देशों के बारे में विस्तार से बताया। दिल्ली की इस बैठक में महापौर गहलोत भी मौजूद थे।
जिला कलक्टर ने अजमेर शहर की पानी, बिजली, यातायात व्यवस्था के साथ-साथ सेनीटेशन, भविष्य में आधुनिक व सुव्यवस्थित आवासीय बस्तियों का निर्माण, ग्रीन वाॅक वे, अजमेर की साफ सफाई व्यवस्था, भूमिगत बिजली लाईन बिछाने, आई.टी. व एज्यूकेशन हब विकसित करने के बारे में चर्चा करते हुए सभी विभागों से सुझाव लिए और कंसलटेन्ट कम्पनी के प्रतिनिधियों को दो दिन में इस आधार पर विजन डाॅक्यूमेन्ट तैयार करने को कहा।
नगर निगम के महापौर धर्मेन्द्र गहलोत ने कहा कि अजमेर शहर को देश के सबसे प्रारम्भिक शहर में सम्मिलित कर स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करना है और इसके लिए शहर के प्रत्येक नागरिक को इसमें कटिबद्ध होकर सहयोग देना होगा। उन्होंने विश्वास दिलाया कि नगर निगम अपनी जिम्मेदारियों को पूरी तत्परता से निभाइगी।
बैठक में नगर निगम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एच. गूईटे, अजमेर विकास प्राधिकरण आयुक्त स्नेहलता पंवार, अतिरिक्त कलक्टर शहर हरफूल सिंह यादव सहित जलदाय, विद्युत, सूचना प्रौद्योगिकी सहित अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।