प्याज के साथ अब सब्जियों और दाल ने भी दिखाया दम
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जयपुर। एक ओर जहां देशभर में इमरजेंसी दौर से गुजर रहे प्याज ने लोगों के आंसू निकाल दिए हैं, वहीं दूसरी ओर अन्य सब्जियों केे साथ-साथ लगभग हर थाली का जायका कहलाने वाली दाल ने भी लोगों की थाली का जायका बिगाड़ दिया है और साथ ही गृहणियों के घरेलू बजट को बनाए रखने के लिए खासी परेशानियां खड़ी कर दी है।
बाजाार में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। थोक मंडियां भी लोगों को ज्यादा राहत नहीं दे पा रही है और सब्जियां लोगों के बजट से बाहर होती जा रही है। ऐसे में अब टमाटर, प्याज, धनिया के बढ़े हुए दामों ने लोगों की प्लेट से तरकारी भी छीन ली है। गौरतलब है कि पूर्व भाजपानीत केन्द्र सरकार में प्याज जहां सौ के पार पहुंच चुका था, वही प्याज अब दोबारा 80 के आंकड़े को छू चुका है।
वहीं दूसरी ओर दालों ने भी अपना दमखम दिखाना शुरू कर दिया है। दालों ने भी 100 के पार जाकर अपने तीखे तेवर दिखा दिए हैं। लोगों के बजट में अब न सब्जियां आ पा रही है और न ही सब्जी का जायका बढ़ाने वाले मसाले। ऐसे में अब गृहणियों के हाथों से घरेलू बजट निकलता जा रहा है और रसोई का रस खत्म होता जा रहा है।
प्याज के साथ-साथ रसोई के सामानों के बढ़ते दामों के कारण भी आम लोग परेशान हैं, वहीं दालें भी उसके बजट से बाहर होती जा रही है और सब्जियों का जायका बढ़ाने वाले जीरा का भाव भी करीब 250 रुपए किलो पहुंच चुका है। वहीं मिर्च, धनिया, गरम मसाले भी इतने मंहगे हो चुके है कि जायकेदार सब्जियों का लुल्फ लोगों के बजट से बाहर होने लगा है। पिछले पांच से सात महीनों में दामों में आए उछाल के पीछे कालाबाजारी की संभावना जताई जा रही है।
प्याज, दाल, सब्जिया और मसालों के बढ़ते दामों की वजह से सबसे ज्यादा परेशान महिलाएं हैं। महिलाओं को सीमित बजट में घर चलाना पड़ता है, ऐसे में सब्जियों के दाम में 30 से 40 फीसदी का आया उछाल और दालों के आसमान छूते दाम के बाद येन-केन प्रकारेण घर का बजट चल पा रहा है और बढ़े दामों ने रसोई का जायका पूरी तरह बिगाड़ दिया है।
सब्जियों के दामों में करीब चार गुना बढ़ोतरी हो जाने से एक ओर जहां लोग सब्जियां कम खरीद रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मध्यमवर्गीय लोगों ने तो सब्जियां से किनारा सा करना शुरू कर दिया है। गृहणियों का कहना है कि सब्जियां खरीदने जाओ तो बाजार में आसमान छू रहे दामों के कारण सब्जियां खरीदने से पहले अब तो कई बार सोचना पड़ता है कि यह सब्जी लेना चाहिए या नहीं। इसके बाद जब पर्स खोलकर देखती हूं तो अक्सर यही पाती हूं कि यह सब्जियां बजट पर भारी पड़ रही है।
बाजाार में सब्जियों के दाम आसमान छू रहे हैं। थोक मंडियां भी लोगों को ज्यादा राहत नहीं दे पा रही है और सब्जियां लोगों के बजट से बाहर होती जा रही है। ऐसे में अब टमाटर, प्याज, धनिया के बढ़े हुए दामों ने लोगों की प्लेट से तरकारी भी छीन ली है। गौरतलब है कि पूर्व भाजपानीत केन्द्र सरकार में प्याज जहां सौ के पार पहुंच चुका था, वही प्याज अब दोबारा 80 के आंकड़े को छू चुका है।
वहीं दूसरी ओर दालों ने भी अपना दमखम दिखाना शुरू कर दिया है। दालों ने भी 100 के पार जाकर अपने तीखे तेवर दिखा दिए हैं। लोगों के बजट में अब न सब्जियां आ पा रही है और न ही सब्जी का जायका बढ़ाने वाले मसाले। ऐसे में अब गृहणियों के हाथों से घरेलू बजट निकलता जा रहा है और रसोई का रस खत्म होता जा रहा है।
प्याज के साथ-साथ रसोई के सामानों के बढ़ते दामों के कारण भी आम लोग परेशान हैं, वहीं दालें भी उसके बजट से बाहर होती जा रही है और सब्जियों का जायका बढ़ाने वाले जीरा का भाव भी करीब 250 रुपए किलो पहुंच चुका है। वहीं मिर्च, धनिया, गरम मसाले भी इतने मंहगे हो चुके है कि जायकेदार सब्जियों का लुल्फ लोगों के बजट से बाहर होने लगा है। पिछले पांच से सात महीनों में दामों में आए उछाल के पीछे कालाबाजारी की संभावना जताई जा रही है।
प्याज, दाल, सब्जिया और मसालों के बढ़ते दामों की वजह से सबसे ज्यादा परेशान महिलाएं हैं। महिलाओं को सीमित बजट में घर चलाना पड़ता है, ऐसे में सब्जियों के दाम में 30 से 40 फीसदी का आया उछाल और दालों के आसमान छूते दाम के बाद येन-केन प्रकारेण घर का बजट चल पा रहा है और बढ़े दामों ने रसोई का जायका पूरी तरह बिगाड़ दिया है।
सब्जियों के दामों में करीब चार गुना बढ़ोतरी हो जाने से एक ओर जहां लोग सब्जियां कम खरीद रहे हैं, वहीं दूसरी ओर मध्यमवर्गीय लोगों ने तो सब्जियां से किनारा सा करना शुरू कर दिया है। गृहणियों का कहना है कि सब्जियां खरीदने जाओ तो बाजार में आसमान छू रहे दामों के कारण सब्जियां खरीदने से पहले अब तो कई बार सोचना पड़ता है कि यह सब्जी लेना चाहिए या नहीं। इसके बाद जब पर्स खोलकर देखती हूं तो अक्सर यही पाती हूं कि यह सब्जियां बजट पर भारी पड़ रही है।
सब्जियों के दाम प्रति किलोग्राम
- लौकी : 35 से 40 रुपए
- हरी मिर्च : 50-60 रुपए
- धनिया : 160 से 200 रुपए
- टमाटर : 55 से 60 रुपए
- करेला : 45 से 60 रुपए
- ग्वार की फली : 30 से 40 रुपए
- आलू : 10 से 15 रुपए
- प्याज : 75-80
- भिंडी : 40-50 रुपए
- बैंगन : 25-30 रुपए
- पालक : 25-35 रुपए
- अरबी : 30-40 रुपए
- टिंडा : 40-45 रुपए
- फूल गोभी : 40-50 रुपए