मोदी सरकार में वित्त सचिव के बाद अब गृह सचिव बने राजीव महर्षि
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/08/ias-rajiv-maharshi-becomes-union-home-secretary.html
नई दिल्ली। आर्थिक मामलों के सचिव वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राजीव महर्षि को केंद्र सरकार में वित्त सचिव के बाद अब गृह सचिव बनाया गया है। उन्हें पिछले साल ही नवम्बर में मोदी सरकार में वित्त सचिव के लिए नामित किया गया था, तब से वे केंद्रीय वित्त सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। राजीव महर्षि अब स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लेने वाले केरल कैडर के 1979 बैच के आईएएस अधिकारी एलसी गोयल का स्थान लेंगे।
1978 बैच के राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी राजीव महर्षि वर्तमान में केंद्रीय वित्त सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। इससे पूर्व 22 जून 2013 से 28 अक्टूबर 2014 तक करीब डेढ़ साल तक वे राजस्थान के मुख्य सचिव रहे। उससे पहले भी वे दिल्ली में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं।
महर्षि की पहली पोस्टिंग अजमेर में हुई थी। उसके बाद सितंबर 1988 से जुलाई 1993 के बीच वे दिल्ली में पोस्टेड रहे। सितंबर 1998 से जनवरी 2004 तक दिल्ली से राजस्थान लौटे। नवंबर 2009 में उन्हें फिर एक बार दिल्ली में पोस्टिंग दे दी गई। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नई सरकार का कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही महर्षि को दिसंबर 2013 में राजस्थान का मुख्य सचिव बना दिया।
उल्लेखनीय है कि महर्षि को पिछले साल अक्टूबर माह में अपने ही बैच के अधिकारी अरविंद मायाराम के स्थान पर आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव नियुक्त किया गया था, जिन्हें पहले पर्यटन और फिर अल्पसंख्यक विभाग भेज दिया गया।
मायाराम वित्त और आर्थिक मामलों के सचिव दोनों का ही पदभार संभाल रहे थे। उनकी नियुक्ति संप्रग सरकार ने की थी। महर्षि उन चार सचिवों में सबसे वरिष्ठ रहे हैं, जो वित्त मंत्रालय में व्यय, राजस्व, वित्तीय सेवा और विनिवेश विभाग का जिम्मा संभाल रहे थे।
1978 बैच के राजस्थान कैडर के भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) के वरिष्ठ अधिकारी राजीव महर्षि वर्तमान में केंद्रीय वित्त सचिव के रूप में कार्य कर रहे हैं। इससे पूर्व 22 जून 2013 से 28 अक्टूबर 2014 तक करीब डेढ़ साल तक वे राजस्थान के मुख्य सचिव रहे। उससे पहले भी वे दिल्ली में विभिन्न पदों पर रह चुके हैं।
महर्षि की पहली पोस्टिंग अजमेर में हुई थी। उसके बाद सितंबर 1988 से जुलाई 1993 के बीच वे दिल्ली में पोस्टेड रहे। सितंबर 1998 से जनवरी 2004 तक दिल्ली से राजस्थान लौटे। नवंबर 2009 में उन्हें फिर एक बार दिल्ली में पोस्टिंग दे दी गई। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने नई सरकार का कार्यभार ग्रहण करने के साथ ही महर्षि को दिसंबर 2013 में राजस्थान का मुख्य सचिव बना दिया।
उल्लेखनीय है कि महर्षि को पिछले साल अक्टूबर माह में अपने ही बैच के अधिकारी अरविंद मायाराम के स्थान पर आर्थिक मामलों के विभाग में सचिव नियुक्त किया गया था, जिन्हें पहले पर्यटन और फिर अल्पसंख्यक विभाग भेज दिया गया।
मायाराम वित्त और आर्थिक मामलों के सचिव दोनों का ही पदभार संभाल रहे थे। उनकी नियुक्ति संप्रग सरकार ने की थी। महर्षि उन चार सचिवों में सबसे वरिष्ठ रहे हैं, जो वित्त मंत्रालय में व्यय, राजस्व, वित्तीय सेवा और विनिवेश विभाग का जिम्मा संभाल रहे थे।