बजट घोषणा के चिकित्सा विकास कार्याें की क्रियान्विति में गंभीरता बरतें : राठौड़
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जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे द्वारा बजट घोषणा वर्ष 2014 व 2015 में घोषित चिकित्सा शिक्षा तथा चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण व विकास कार्यों की क्रियान्विति के प्रगति कार्यों की समीक्षात्मक बैठक बुधवार को राज्य स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण संस्थान (सीफू) में आयोजित हुई।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मेडिकल काॅलेज व सम्बद्ध चिकित्सालयों एवं समस्त राजकीय चिकित्सा संस्थानों के सुदृढ़ीकरण के लिए भवन निर्माण, चिकित्सकीय उपकरणों व मशीनों की व्यवस्था एवं विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के लिए बजट घोषणा के अनुसार त्वरित क्रियान्विति के निर्देश दिये गये।
स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण : चिकित्सा मंत्री ने बताया कि इन 919 उप स्वास्थ्य केन्द्रों का प्री फेब्रिकेटेड तकनीक से निर्माण कार्य प्रगति पर है। नये भवनों के निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध करवायी जा रही है एवं निर्मित भवन संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सुपुर्द कर कार्य पूर्ण होने का प्रमाण-प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि 27 लाख रुपये प्रति केन्द्र की दर से भवन निर्माण की बजट राशि 248 करोड़ रुपये स्वीकृत की गई है। इनमें से 296 उप स्वास्थ्य केन्द्र उच्च प्राथमिकता वाले आदिवासी व मरूस्थलीय जिलों में बनाये जा रहे हैं।
राठौड़ ने बताया कि बजट घोषणा 2014 में घोषित 51 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में से 38 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का एवं 18 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में से 7 केन्द्रों का भवन निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है तथा शेष निर्माण कार्य सितम्बर 2015 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड़ की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में मेडिकल काॅलेज व सम्बद्ध चिकित्सालयों एवं समस्त राजकीय चिकित्सा संस्थानों के सुदृढ़ीकरण के लिए भवन निर्माण, चिकित्सकीय उपकरणों व मशीनों की व्यवस्था एवं विभिन्न योजनाओं व कार्यक्रमों के लिए बजट घोषणा के अनुसार त्वरित क्रियान्विति के निर्देश दिये गये।
स्वास्थ्य केन्द्रों का निर्माण : चिकित्सा मंत्री ने बताया कि इन 919 उप स्वास्थ्य केन्द्रों का प्री फेब्रिकेटेड तकनीक से निर्माण कार्य प्रगति पर है। नये भवनों के निर्माण के लिए जमीन उपलब्ध करवायी जा रही है एवं निर्मित भवन संबंधित जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को सुपुर्द कर कार्य पूर्ण होने का प्रमाण-प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये हैं।
उन्होंने बताया कि 27 लाख रुपये प्रति केन्द्र की दर से भवन निर्माण की बजट राशि 248 करोड़ रुपये स्वीकृत की गई है। इनमें से 296 उप स्वास्थ्य केन्द्र उच्च प्राथमिकता वाले आदिवासी व मरूस्थलीय जिलों में बनाये जा रहे हैं।
राठौड़ ने बताया कि बजट घोषणा 2014 में घोषित 51 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में से 38 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों का एवं 18 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में से 7 केन्द्रों का भवन निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है तथा शेष निर्माण कार्य सितम्बर 2015 तक पूर्ण करने के निर्देश दिये गये हैं।