हनुमानगढ़ में राहुल गांधी ने सुनी आमजन-किसानों की समस्याएं
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/07/rahul-gandhi-heard-problems-of-hanumangarh-people.html
हनुमानगढ़। प्रदेश के दो दिवसीय दौरे पर निकले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने आज हनुमानगढ़ मे दस किलोमीटर की पैदल यात्रा करते हुए क्षेत्र के किसानों से बात कर तथा उनकी समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल की, जिनके आधार पर अब संसद के मानसून सत्र में कांग्रेस सांसदों द्वारा भाजपा सरकार को सवालों के घेरे में घेरा जाएगा।
राहुल गांधी अपने तय समय के मुताबिक करीब 10 बजे विशेष विमान से सूरतगढ़ एयरफोर्स की हवाई-पट्टी पहुंचे, जहां राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी समेत प्रदेश स्तर के नेता, कांग्रेस विधायकों और श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ के सैकड़ों नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कांग्रेस से प्रदेश, जिला एवं स्थानीय नेतागणों से संवाद किया तथा क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल की तथा क्षेत्र के विकास को लेकर कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
यहां से निकलने के बाद करीब साढ़े 12 बजे राहुल गांधी कैंचिया होते हुए खोथांवली गांव पहुंचे, जहां से उन्होंने अपनी पैदल यात्रा की शुरूआत की। करीब 10 किलोमीटर तक पैदल सफर कर राहुल ने क्षेत्र के किसानों तथा आम लोगों से मुलाकात की तथा उनसे बात कर उनकी विभिन्न समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल की।
आमजन व किसानों की समस्याओं के आधार पर अब संसद के मानसून सत्र में कांग्रेस सांसदों द्वारा भाजपा सरकार को सवालों के घेरे में घेरा जाएगा। पदयात्रा के दौरान राहुल के साथ कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता एवं आमजन उपस्थित रहे।
शाम को वे अपनी पदयात्रा के अंतिम पड़ाव अमरसिंहवाला पहुंचकर विराम दिया तथा इसके बाद वे यहां से जयपुर के लिए रवाना हो गए। जहां कल सुबह साढ़े दस बजे बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में वे वरिष्ठ कांग्रेसजनों, पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, जिलाध्यक्षों व आगामी निकाय चुनाव से संबंधित शहरों के नगर कांग्रेस अध्यक्षों के सम्मलेन को सम्बोधित करेंगे।
राहुल के हनुमानगढ़ दौरे को लेकर इससे पूर्व कल यहां आए कांग्रेस के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने तैयारियों का जायजा लेते हुए कार्यकताओं से आह्वान किया था कि वे राहुल गांधी की इस यात्रा को ऐतिहासिक बनाने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोगों को बरगलाकर वोट हासिल किए हैं। अब कांग्रेस सरकार को चैन से बैठने नहीं देगी। पायलट ने कहा कि लोगों के लिए भी यह नई बात है कि कोई नेता उनके बीच वोट मांगने नहीं आ रहा बल्कि उनकी समस्याएं सुनने के लिए आ रहा है।
राहुल गांधी अपने तय समय के मुताबिक करीब 10 बजे विशेष विमान से सूरतगढ़ एयरफोर्स की हवाई-पट्टी पहुंचे, जहां राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी समेत प्रदेश स्तर के नेता, कांग्रेस विधायकों और श्रीगंगानगर-हनुमानगढ़ के सैकड़ों नेताओं ने उनका स्वागत किया। इसके बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कांग्रेस से प्रदेश, जिला एवं स्थानीय नेतागणों से संवाद किया तथा क्षेत्र की प्रमुख समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल की तथा क्षेत्र के विकास को लेकर कई अहम मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
यहां से निकलने के बाद करीब साढ़े 12 बजे राहुल गांधी कैंचिया होते हुए खोथांवली गांव पहुंचे, जहां से उन्होंने अपनी पैदल यात्रा की शुरूआत की। करीब 10 किलोमीटर तक पैदल सफर कर राहुल ने क्षेत्र के किसानों तथा आम लोगों से मुलाकात की तथा उनसे बात कर उनकी विभिन्न समस्याओं के बारे में जानकारी हासिल की।
आमजन व किसानों की समस्याओं के आधार पर अब संसद के मानसून सत्र में कांग्रेस सांसदों द्वारा भाजपा सरकार को सवालों के घेरे में घेरा जाएगा। पदयात्रा के दौरान राहुल के साथ कांग्रेस के नेता, कार्यकर्ता एवं आमजन उपस्थित रहे।
शाम को वे अपनी पदयात्रा के अंतिम पड़ाव अमरसिंहवाला पहुंचकर विराम दिया तथा इसके बाद वे यहां से जयपुर के लिए रवाना हो गए। जहां कल सुबह साढ़े दस बजे बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित कार्यक्रम में वे वरिष्ठ कांग्रेसजनों, पदाधिकारियों, जनप्रतिनिधियों, जिलाध्यक्षों व आगामी निकाय चुनाव से संबंधित शहरों के नगर कांग्रेस अध्यक्षों के सम्मलेन को सम्बोधित करेंगे।
राहुल के हनुमानगढ़ दौरे को लेकर इससे पूर्व कल यहां आए कांग्रेस के राजस्थान प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने तैयारियों का जायजा लेते हुए कार्यकताओं से आह्वान किया था कि वे राहुल गांधी की इस यात्रा को ऐतिहासिक बनाने में योगदान दें। उन्होंने कहा कि भाजपा ने लोगों को बरगलाकर वोट हासिल किए हैं। अब कांग्रेस सरकार को चैन से बैठने नहीं देगी। पायलट ने कहा कि लोगों के लिए भी यह नई बात है कि कोई नेता उनके बीच वोट मांगने नहीं आ रहा बल्कि उनकी समस्याएं सुनने के लिए आ रहा है।