पड़ाव डालकर बैठे विद्यार्थी मित्रों पर पुलिस का लाठीचार्ज
जयपुर। राजस्थान सरकार के साथ बातचीत विफल होने के बाद चौमूं हाऊस सर्किल पर रास्ता जाम किये बेठे हजारों विद्यार्थी मित्रों को पुलिस ने बल ...
https://khabarrn1.blogspot.com/2014/11/lathi-charge-on-students-friends.html
जयपुर। राजस्थान सरकार के साथ बातचीत विफल होने के बाद चौमूं हाऊस सर्किल पर रास्ता जाम किये बेठे हजारों विद्यार्थी मित्रों को पुलिस ने बल प्रयोग कर खदेड़ा। पुलिस सूत्रों के अनुसार रात करीब पौने आठ बजे पुलिस ने भारतीय जनता पार्टी कार्यालय के निकट चौमूं हाऊस सर्किल पर पड़ाव डालकर बैठे विद्यार्थियों को बल प्रयोग कर खदेड दिया।
धरना दे रहे विद्याथ्री मित्रों का आरोप है कि पुलिस ने शांति से सडक पर धरना दिये बैठी महिलाओं पर भी लाठियां भांजी और भगदड में कुछ महिलाओं के कपडे भी फट गये। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने दो विद्यार्थी मित्रों को हिरासत में लिया है। इससे पूर्व विद्यार्थी मित्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां गृह मंत्री गुलाबचन्द कटारिया से मुलाकात की थी, जिसमें उनकी मांगों पर कोई फैसला नहीं हुआ।
वार्ता विफल होने के बाद विद्यार्थी मित्रों ने अपना संघर्ष जारी रखने का फैसला किया है और हजारों विद्यार्थी मित्र चौमूं र्सकिल पर धरने पर बैठ गये। विद्यार्थी मित्र भाजपा के प्रदेश कार्यालय पर धरना देना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें चौमूं हाऊस र्सकिल पर ही रोक लिया था।
शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि अदालत की राय के विपरीत सरकार नहीं जा सकती, लेकिन विद्यार्थी मित्रों की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। देवनानी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने विद्यार्थी मित्रों को असंवैधानिक करार दिया है तथा वे खण्डपीठ में भी हार चुके हैं। लिहाजा सरकार अदालत के निर्देशों के खिलाफ नहीं जा सकती।
उल्लेखनीय है कि गत अप्रैल में राज्यभर में कार्यरत 24163 विद्यार्थी मित्रों को राज्य सरकार ने हटा दिया था। विद्यार्थी मित्र पिछले सात साल से संविदा पर कार्य कर रहे थे।
धरना दे रहे विद्याथ्री मित्रों का आरोप है कि पुलिस ने शांति से सडक पर धरना दिये बैठी महिलाओं पर भी लाठियां भांजी और भगदड में कुछ महिलाओं के कपडे भी फट गये। सूत्रों का कहना है कि पुलिस ने दो विद्यार्थी मित्रों को हिरासत में लिया है। इससे पूर्व विद्यार्थी मित्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने आज यहां गृह मंत्री गुलाबचन्द कटारिया से मुलाकात की थी, जिसमें उनकी मांगों पर कोई फैसला नहीं हुआ।
वार्ता विफल होने के बाद विद्यार्थी मित्रों ने अपना संघर्ष जारी रखने का फैसला किया है और हजारों विद्यार्थी मित्र चौमूं र्सकिल पर धरने पर बैठ गये। विद्यार्थी मित्र भाजपा के प्रदेश कार्यालय पर धरना देना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें चौमूं हाऊस र्सकिल पर ही रोक लिया था।
शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने कहा है कि अदालत की राय के विपरीत सरकार नहीं जा सकती, लेकिन विद्यार्थी मित्रों की मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करने के लिए एक समिति का गठन किया गया है। देवनानी ने कहा कि उच्चतम न्यायालय ने विद्यार्थी मित्रों को असंवैधानिक करार दिया है तथा वे खण्डपीठ में भी हार चुके हैं। लिहाजा सरकार अदालत के निर्देशों के खिलाफ नहीं जा सकती।
उल्लेखनीय है कि गत अप्रैल में राज्यभर में कार्यरत 24163 विद्यार्थी मित्रों को राज्य सरकार ने हटा दिया था। विद्यार्थी मित्र पिछले सात साल से संविदा पर कार्य कर रहे थे।