प्रसुता की मौत पर जिला कलेक्टर से न्याय की गुहार
बूंदी ! देई थाना क्षेत्र के जगमुन्दा गांव निवासी मनराज मीणा पुत्र रामकरण मीणा ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन भेजकर अपनी पत्नि की प्रसव के दोरान...

इस पर उसे चिकित्सालय मे भर्ती कर लिया गया । इसके बाद उसके साथ आई परिचित महिला से नर्स ने प्रसव कराने के नाम पर रूपये मांगे। इस पर परिजनो ने उसे 1400 रूपये दे दिए लेकीन उसके बाद भी वह रातभर प्रसव पीडा के चलते तडपती रही परन्तु उसकी किसी ने सुध तक नही ली। 21 जनवरी को दोपहर ढाई बजे के करीब चिकित्सको ने उसे गंभीर बताकर रेफर कर दिया।
चिकित्साकर्मियो ने ही उसे एम्बुलेंस मे शिफट कर दिया व परिजनो को आगे बैठाकर रवाना हो गए। रास्ते मे एम्बुलेंस चालक ने खटकड चिकित्सालय मे उसके इंजेक्शन लगवाने के लिए परिजनो के मना करने के बावजूद रोककर उसे डाक्टरो को दिखाया जहां पर डॉक्टरो ने उसे मृत्त घोषित कर दिया। इस पर वहां से उसे एम्बुलेंस से सीधे उसके गांव मे लेकर चले गए जबकि ससुर उसे पोस्टमार्टम करवाने के लिए देई चिकित्साल मे ले जाने की बात करता रहा।
ज्ञापन मे बताया कि प्रसुता के साथ न तो कोई चिकित्साकर्मी था न ही किसी प्रकार कि ड्रिप उसे लगाई गई थी। प्रसुता के होने वाला बच्चा भी आधा शरीर के अंदर व आधा बहार की ओर निकला हुआ था। प्रसव के नाम मांगे १४00 रूपयो को भी रेफर करने के बाद परिजनो को वापस लोटा दिए गए। प्रसुता के पति मनराज ने जिला कलेक्टर को ज्ञापन भेजकर पत्नि प्रसव के दोरान हुई मोत पर लापरवाही बरतने वाले चिकित्साकर्मियो के खिलाफ कडी कार्यवाही करने कीमांग की है।