नम आंखों से मंडेला को दी गई अंतिम विदाई
कुनु। दक्षिण अफ्रीका के रंगभेद विरोधी आंदोलन के अगुआ तथा देश के पहले अश्वेत राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला का रविवार को अंतिम संस्कार कर दिया ...
दुनियाभर के जाने माने नेताओ और अन्य गणमान्य लोगों के साथ लगभग एक लाख से अधिक लोगों ने जोहानसबर्ग से 700 किलोमीटर दूर कुनु में मंडेला के पैतृक गृहस्थान में आयोजित अंतिम संस्कार में मानवता के इस मसीहा को अपनी आखिरी श्रद्धांजलि दी।
इस विश्व प्रसिद्ध नेता के अंतिम संस्कार में शामिल विदेशी मेहमानों में ब्रिटेन के राजकुमार चार्ल्स के अलावा अमेरिका के जाने माने मानवाधिकार कार्यकर्ता जेसे जैकसन भी शामिल थे।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व आर्कबिशप एवं नोबेल शांति पुरस्कार से सम्मानित डेसमंड टुटु ने अपने मित्र एवं दक्षिण अफ्रीका के पूर्व राष्ट्रपति नेल्सन मंडेला की अंत्येष्टि में शामिल होने का न्योता नहीं मिलने के बावजूद उन्हें भावभीनी विदाई दी। इसके अलावा मंडेला के परिजन तथा दक्षिण अफ्रीकी नेता भी इस दौरान मौजूद थे।
मंडेला का पार्थिव शरीर शनिवार को जब यहां लाया गया तो स्थानीय लोगो के बीच मदीबा के नाम से मशहूर इस विश्वनेता के स्वागत के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। इस दौरान उपस्थित लोगों ने 'मदीबा घर लौट आए' के नारे लगाए।