आसाराम के भीलवाडा आश्रम पर चला बोलडोजर
भीलवाड़ा। नाबालिग लड़की से यौन शोषण के आरोप में फंसने के बाद जोधपुर में जेल की हवा खा रहे आसाराम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही ...
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भीलवाड़ा। नाबालिग लड़की से यौन शोषण के आरोप में फंसने के बाद जोधपुर में जेल की हवा खा रहे आसाराम की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही है। भीलवाड़ा में जिला प्रशासन एवं नगर विकास न्यास की संयुक्त कार्रवाई में गुरूवार सुबह हारनी खुर्द स्थित आसाराम आश्रम द्वारा किए गए अतिक्रमण को हटाया गया।
भारी पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में हुई कार्रवाई में करीब चार बीघा जमीन को आश्रम के अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। इस दौरान अतिक्रमण की परिधि में आ रहे आश्रम के मुख्य द्वार को तोड़ने के साथ दीवार का एक हिस्सा भी ढहा दिया गया। सुबह करीब आठ बजे से शुरू हुई कार्रवाई 11 बजे बाद भी जारी थी। कार्रवाई के दौरान भीलवाड़ा के उपखण्ड अधिकारी रामचरण शर्मा, नगर विकास न्यास के सचिव रामचरण शर्मा सहित प्रशासन एवं न्यास के कई अधिकारी मौजूद थे।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने आश्रम द्वारा अतिक्रमण की शिकायत मिलने पर वहां जमीन की नपती कराई थी। इसमें करीब चार बीघा जमीन पर अतिक्रमण होना पाया गया था। अतिक्रमण की गई जमीन बिलानाम एवं स्मृति वन क्षेत्र की मानी गई।
आश्रम संचालक कैलाश शर्मा सहित अन्य साधकों ने वकील के साथ तहसीलदार कोर्ट में उपस्थित होकर नोटिस का जवाब पेश किया। इसमें कहा गया कि ट्रस्ट का मुख्यालय अहमदाबाद है। जमीन के कागजात वहां से मंगवाने होंगे। साथ ही कोर्ट की फाइल की नकलें भी लेनी है। इसलिए एक माह का समय दिया जाए, पर कोर्ट ने समय नहीं दिया।
वहीं दूसरी ओर, भरतपुर के पास मौजूद आसाराम के आश्रम में अब स्कूल खुल गया है। आश्रम कृषि भूमि पर है। इस कारण जिला प्रशासन द्वारा इसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। लेकिन कलेक्टर ने आश्रम के संचालकों से बात कर उन्हें यहां स्कूल खोलने को राजी किया। बुधवार को राजकीय महाराजा बदन सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी कलेक्टर के साथ आश्रम पहुंचे। फिलहाल यहां नौवीं और 10वीं की कक्षा शुरू की गई हैं।
भारी पुलिस जाब्ते की मौजूदगी में हुई कार्रवाई में करीब चार बीघा जमीन को आश्रम के अतिक्रमण से मुक्त कराया गया। इस दौरान अतिक्रमण की परिधि में आ रहे आश्रम के मुख्य द्वार को तोड़ने के साथ दीवार का एक हिस्सा भी ढहा दिया गया। सुबह करीब आठ बजे से शुरू हुई कार्रवाई 11 बजे बाद भी जारी थी। कार्रवाई के दौरान भीलवाड़ा के उपखण्ड अधिकारी रामचरण शर्मा, नगर विकास न्यास के सचिव रामचरण शर्मा सहित प्रशासन एवं न्यास के कई अधिकारी मौजूद थे।
गौरतलब है कि जिला प्रशासन ने आश्रम द्वारा अतिक्रमण की शिकायत मिलने पर वहां जमीन की नपती कराई थी। इसमें करीब चार बीघा जमीन पर अतिक्रमण होना पाया गया था। अतिक्रमण की गई जमीन बिलानाम एवं स्मृति वन क्षेत्र की मानी गई।
आश्रम संचालक कैलाश शर्मा सहित अन्य साधकों ने वकील के साथ तहसीलदार कोर्ट में उपस्थित होकर नोटिस का जवाब पेश किया। इसमें कहा गया कि ट्रस्ट का मुख्यालय अहमदाबाद है। जमीन के कागजात वहां से मंगवाने होंगे। साथ ही कोर्ट की फाइल की नकलें भी लेनी है। इसलिए एक माह का समय दिया जाए, पर कोर्ट ने समय नहीं दिया।
वहीं दूसरी ओर, भरतपुर के पास मौजूद आसाराम के आश्रम में अब स्कूल खुल गया है। आश्रम कृषि भूमि पर है। इस कारण जिला प्रशासन द्वारा इसके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। लेकिन कलेक्टर ने आश्रम के संचालकों से बात कर उन्हें यहां स्कूल खोलने को राजी किया। बुधवार को राजकीय महाराजा बदन सिंह उच्च माध्यमिक विद्यालय के शिक्षक और विद्यार्थी कलेक्टर के साथ आश्रम पहुंचे। फिलहाल यहां नौवीं और 10वीं की कक्षा शुरू की गई हैं।