ब्रह्मा मंदिर में प्रसाद, अभिषेक एवं संध्या आरती की होगी विशेष व्यवस्था
पुष्कर। विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मंदिर में आने वाले श्रद्धालूओं को अच्छी सुविधाए प्रदान करने तथा पारदर्शिता से कार्य करने के साथ ही मंदिर में ...
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पुष्कर। विश्व प्रसिद्ध पुष्कर मंदिर में आने वाले श्रद्धालूओं को अच्छी सुविधाए प्रदान करने तथा पारदर्शिता से कार्य करने के साथ ही मंदिर में प्रसाद वितरण, अभिषेक तथा संध्या आरती की विशेष व्यवस्था की जाएगी। जिला कलेक्टर गौरव गोयल की अध्यक्षता में गुरूवार को मन्दिर परिसर में ब्रह्मा मंदिर ट्रस्ट की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिला कलेक्टर ने बताया कि मंदिर विकास के लिए कुल 19 करोड़ रूपए का प्रावधान है, जिसमें से आर्किटेक्ट द्वारा मंदिर विकास के लिए कुल 17 करोड़ 46 लाख रूपए का प्लान तैयार किया गया है।
जिसमें एन्ट्री प्लाजा सहित ओपन थियेटर, दुकाने, शौचालय, गौशाला, प्रवेश द्वार, छतरियां, फव्वारें, यज्ञशाला, लाईटिंग, पौधारोपण तथा एलईडी लगाने के कार्य सम्मिलित है। शेष राशि मन्दिर के पुर्नरूद्धार एवं मरम्मत कार्य पर व्यय की जा सकेगी। जिला कलेक्टर मंदिर में आए 10 दान पात्रों को देखा तथा उन्हें सुरक्षित एवं उपयुक्त स्थान पर लगाने के निर्देश दिए ताकि श्रद्धालू अपनी दान स्वरूप राशि उसमें डाल सके। इसके साथ ही कार्यालय में एक रसीद बुक भी उपलब्ध रहेगी। जहां पर भी श्रद्धालू दान राशि दे सकेंगे। उन्होंने मंदिर की वैबसाईट भी एनआईसी के माध्यम से बनवाने के निर्देश दिए।
प्रसाद की होगी विशेष व्यवस्था :
जिला कलेक्टर ने बताया कि श्रद्धालूओं को अच्छी क्वालिटी का प्रसाद मिले इसके लिए मंदिर परिसर में ही पंच मेवा का प्रसाद 51 रूपए, 101 रूपए तथा 201 रूपए की राशि तक उपलब्ध होगा। जो रसीद प्राप्त कर प्रसाद ले सकेगा। प्रसाद के साथ ब्रह्मा मंदिर की स्मृति स्वरूप एक सिक्का भी साथ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रसाद वितरण की इस व्यवस्था के अतिरिक्त प्रत्येक श्रद्धालू को कागज की पूड़िया में अलग से निःशुल्क प्रसाद दिए जाने की व्यवस्था भी की जाएगी। सशुल्क मिलने वाला प्रसाद के साथ जूट का थैला भी उपलब्ध रहेगा। मंदिर परिसर में पाॅलिथीन की थैली में प्रसाद लाने पर रोक रहेगी।
अभिषेक व्यवस्था एवं संध्या आरती की विशेष व्यवस्था :
जिला कलेक्टर ने बताया कि मंगला आरती के समय प्रातःकाल कोई भी श्रद्धालू अभिषेक करवा सकेगा। इसके लिए उसे पूर्व में बुकिंग करवानी होगी। अभिषेक स्वरूप श्रद्धालू को 5100 रूपए की रसीद कटानी होगी। अभिषेक के समय 4 व्यक्ति ही मन्दिर में प्रवेश करेंगे जो निर्धारित पोशाक मे होंगे। इसके साथ ही सांयकालीन आरती में भी थोड़ी भव्यता लायी जाएगी। श्रद्धालूओं को बैठने की अलग से व्यवस्था होगी।
जिला कलेक्टर ने बताया कि मंदिर परिसर में दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था रहेगी तथा आने वाले विशिष्टजन अपने सुझाव विजिटर बुक में लिख सके। इसके लिए मंदिर कार्यालय में विजिटर बुक भी उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बताया कि बैठक में सभी के परामर्श से निर्णय लिया गया कि मंदिर के गर्भगृह तक वीआईपी नहीं जाएंगे। वे बाहर से ही दर्शन करेंगे। उन्हें माला/उपरना पहनाने की व्यवस्था भी रहेगी।
मन्दिर में श्रृंगार सामग्री को क्रय किए जाने के संबंध में भी सहमति व्यक्त की गई। जिला कलक्टर ने मन्दिर परिसर में लगने वाले नियंत्राण कक्ष तथा वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को भी देखा। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष कमल पाठक, उपखण्ड अधिकारी मनमोहन व्यास, तहसीलदार प्रदीप चैमाल, मन्दिर पूजारी, पुरोहित संघ के प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, संबंधित अधिकारी एवं पत्रकार मौजूद थे।
जिसमें एन्ट्री प्लाजा सहित ओपन थियेटर, दुकाने, शौचालय, गौशाला, प्रवेश द्वार, छतरियां, फव्वारें, यज्ञशाला, लाईटिंग, पौधारोपण तथा एलईडी लगाने के कार्य सम्मिलित है। शेष राशि मन्दिर के पुर्नरूद्धार एवं मरम्मत कार्य पर व्यय की जा सकेगी। जिला कलेक्टर मंदिर में आए 10 दान पात्रों को देखा तथा उन्हें सुरक्षित एवं उपयुक्त स्थान पर लगाने के निर्देश दिए ताकि श्रद्धालू अपनी दान स्वरूप राशि उसमें डाल सके। इसके साथ ही कार्यालय में एक रसीद बुक भी उपलब्ध रहेगी। जहां पर भी श्रद्धालू दान राशि दे सकेंगे। उन्होंने मंदिर की वैबसाईट भी एनआईसी के माध्यम से बनवाने के निर्देश दिए।
प्रसाद की होगी विशेष व्यवस्था :
जिला कलेक्टर ने बताया कि श्रद्धालूओं को अच्छी क्वालिटी का प्रसाद मिले इसके लिए मंदिर परिसर में ही पंच मेवा का प्रसाद 51 रूपए, 101 रूपए तथा 201 रूपए की राशि तक उपलब्ध होगा। जो रसीद प्राप्त कर प्रसाद ले सकेगा। प्रसाद के साथ ब्रह्मा मंदिर की स्मृति स्वरूप एक सिक्का भी साथ दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि प्रसाद वितरण की इस व्यवस्था के अतिरिक्त प्रत्येक श्रद्धालू को कागज की पूड़िया में अलग से निःशुल्क प्रसाद दिए जाने की व्यवस्था भी की जाएगी। सशुल्क मिलने वाला प्रसाद के साथ जूट का थैला भी उपलब्ध रहेगा। मंदिर परिसर में पाॅलिथीन की थैली में प्रसाद लाने पर रोक रहेगी।
अभिषेक व्यवस्था एवं संध्या आरती की विशेष व्यवस्था :
जिला कलेक्टर ने बताया कि मंगला आरती के समय प्रातःकाल कोई भी श्रद्धालू अभिषेक करवा सकेगा। इसके लिए उसे पूर्व में बुकिंग करवानी होगी। अभिषेक स्वरूप श्रद्धालू को 5100 रूपए की रसीद कटानी होगी। अभिषेक के समय 4 व्यक्ति ही मन्दिर में प्रवेश करेंगे जो निर्धारित पोशाक मे होंगे। इसके साथ ही सांयकालीन आरती में भी थोड़ी भव्यता लायी जाएगी। श्रद्धालूओं को बैठने की अलग से व्यवस्था होगी।
जिला कलेक्टर ने बताया कि मंदिर परिसर में दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था रहेगी तथा आने वाले विशिष्टजन अपने सुझाव विजिटर बुक में लिख सके। इसके लिए मंदिर कार्यालय में विजिटर बुक भी उपलब्ध रहेगी। उन्होंने बताया कि बैठक में सभी के परामर्श से निर्णय लिया गया कि मंदिर के गर्भगृह तक वीआईपी नहीं जाएंगे। वे बाहर से ही दर्शन करेंगे। उन्हें माला/उपरना पहनाने की व्यवस्था भी रहेगी।
मन्दिर में श्रृंगार सामग्री को क्रय किए जाने के संबंध में भी सहमति व्यक्त की गई। जिला कलक्टर ने मन्दिर परिसर में लगने वाले नियंत्राण कक्ष तथा वहां लगे सीसीटीवी कैमरों को भी देखा। इस मौके पर नगर पालिका अध्यक्ष कमल पाठक, उपखण्ड अधिकारी मनमोहन व्यास, तहसीलदार प्रदीप चैमाल, मन्दिर पूजारी, पुरोहित संघ के प्रतिनिधि, गणमान्य नागरिक, संबंधित अधिकारी एवं पत्रकार मौजूद थे।