अजमेर होगा बर्ड टूरिज्म के लिए फेमस, बर्ड फेयर का हुआ शुभारंभ

अजमेर । स्मार्ट सिटी बनने जा रहे अजमेर में पर्यटन विकास की कोशिशों को एक और नया आयाम अब मिलने लगा है। शहर की आनासागर झील शीघ्र ही बर्ड टू...

अजमेर । स्मार्ट सिटी बनने जा रहे अजमेर में पर्यटन विकास की कोशिशों को एक और नया आयाम अब मिलने लगा है। शहर की आनासागर झील शीघ्र ही बर्ड टूरिज्म के नये केन्द्र के रूप में पहचानी जाएगी। झील में हर साल बढ़ती प्रवासी पक्षियों की आवक और झील सौन्दर्यीकरण के लिए किए जा रहे प्रयास पर्यटन के इस नये आयाम में सहायक बनेंगे।

जिला प्रशास के सहयोग से शुरू हुए पहले बर्ड फेयर का आज बारादरी पर शानदार आगाज हुआ। स्कूली बच्चों और युवाओं ने झील में आने वाले मेहमान परिंदो के अठखेलियों को सिर्फ देखा ही नहीं बल्कि इन कोशिशों को कैनवास पर भी उतारा।

बर्ड फेयर के शुभारंभ पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राज्य किसान आयोग के अध्यक्ष एवं सांसद प्रो. सांवरलाल जाट ने कहा कि कभी आनासागर झील सूख जाया करती थी  लेकिन पिछले कई सालों से झील लबालब है और यहां प्रवासी पक्षियों की आवक बढ़ी है। प्रदेश में कभी भरतपुर ही पक्षियों के अभयारण्य के रूप में जाना जाता था लेकिन अब कई जिलों के तालाबों में प्रवासी पक्षी के झुण्ड नजर आने लगे है।

जाट ने कहा कि आनासागर के विकास एवं पक्षियों के संरक्षण के लिए विशेष कार्य योजना बनायी जानी चाहिए और इस प्रकार के आयोजन किया जाने चाहिए ताकि पक्षी संरक्षण के लिए लोगों की जागरूकता भी बढ़े।


शिक्षा एवं पंचायतीराज राज्य मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी ने कहा कि अजमेर में इस तरह के आयोजन प्रशंसनीय है। स्मार्ट सिटी योजना के तहत आनासागर झील को विकसित किया जा रहा है। यहां कृत्रिम झरने एवं सौन्दर्यीकरण के अन्य कार्य भी करवाए जा रहे हैं । झील में प्रवासी पक्षियों की आवक बढ़ाने के लिए और अधिक प्रयास किए जाएंगे।

संसदीय सचिव सुरेश सिंह रावत ने कहा कि जिले की अन्य झीलों को भी आनासागर के तर्ज पर ही विकसित किया जाना चाहिए। जिससे प्रवासी पक्षियों की जिले में आवक बढ़े और पर्यटन का भी विकास हो।

जिला प्रमुख सुश्री वंदना नोगिया ने कहा कि पक्षियों की ऊंची उड़ान व सत्त आगे बढ़ने के प्रयास से युवा पीढ़ी को भी प्रेरणा लेनी चाहिए। उन्होंने बर्ड फेयर के आयोजन की सराहना की।

नगर निगम के महापौर धर्मेंद्र गहलोत ने कहा कि झील के प्रति सकारात्मक सोच शहर को एक नई सौगात देगी।  झील को केवल पर्यटन ही नहीं  वरन पक्षियों के प्रवास के लिए भी और विकसित किया जाएगा।

एडीए अध्यक्ष शिवशंकर हेड़ा ने कहा कि झाील संरक्षण व पक्षियों के प्रवास के लिए जरूरी सब सुविधाएं उपलब्ध कराने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ी जाएगी। प्राधिकरण के स्तर पर शहर में बर्ड टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेष प्रयास किए जाएगे।

उपेन्द्र शर्मा ने कहा कि पक्षी किसी भी स्थान पर होने वाली प्राकृतिक घटना के लिए सबसे पहली चेतावनी या संकेत देते हैं। भूकम्प या अन्य घटनाओं पर पक्षी उस स्थान को छोड़कर चले जातेे है। अजमेर मंे पक्षियों की आवक बढ़ना इस बात का संकेत है कि यहां वातावरण में सकारात्मकता बढ़ रही है।

इस अवसर पर  पुलिस अधीक्षक नितिनदीप ब्लग्गन, अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम किशोर कुमार, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर  अरविन्द सैंगवा, जिला रसद अधिकारी दीप्ति शर्मा एवं उपखण्ड अधिकारी जयप्रकाश नारायण सहित अन्य अधिकारी एवं जनप्रतिनिधि मौजूद थे।

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