मान मनुहार से जीमे विदेशी पावणे, मन भाया देसी स्वाद
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कोटा। जीमो सा, और लेयो सा...जैसी मान-मनुहार के साथ विदेशी पावणों का जीमण और इस मनभरी मनुहार एवं सुस्वादु व्यंजनों से तृप्त इन मेहमानों के ‘ एमेजिंग...वैरी टेस्टी...वैरी नाइस...जैसे मीठे बोलों ने हाडौती के पारम्परिक स्वाद में और मिठास घोल डाली। यही नहीं देसी व्यंजन कैसे बनाए जाते हैं, यह भी इन पावणों ने तन्मयता से सीखा। यह सब बूंदी उत्सव-2016 के दूसरे दिन रानीजी की बावड़ी पर आयोजित कार्यक्रम का नजारा था। लोक कलाकारों ने इस आयोजन में और रस घोल दिए। पर्यटकों की आवभगत और उन्हें रिझाने के इस खास आयोजन को ‘मान-मनुहार‘ नाम दिया गया। आयोजन की मुख्य अतिथि महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री अनीता भदेल थी।
भदेल ने विदेशी पावणो के पास जाकर उनका मुंह मीठा कराते हुए भोजन शुरू करने की मनुहार की। उनके साथ ही विधायक अशोक डोगरा एवं जिला कलक्टर नरेश कुमार ठकराल ने भी इन पावणों की मनुहार की। पत्तल दोने में कत्त-बाफले, बेसन गट्टा, पुलाव, लहसुन चटनी से सजी पारम्परिक थाली को विदेशी पावणों ने खूब स्वाद लेकर खाया। इस अवसर पर विधायक अशोक डोगरा, पुलिस उपअधीक्षक समन्दर सिंह, संस्कृति संस्था की अध्यक्ष शालिनी विजय, उपखण्ड अधिकारी बूंदी हेताराम मेहरा, राजकुमार दाधीच आदि उपस्थित रहे।
विदेशी मेहमानों को रिझाने के लिए मान मनुहार कार्यक्रम में इस बार कुकिंग लाइव शो भी जोडा गया। इसमें पारम्परिक भोजन मौके पर ही पकाया जा रहा था जिसे देख पर्यटक सीख रहे थे कि ये व्यंजन किस तरह तैयार किए जाते हैं। लापसी, बेसन गट्टा, पालक मटर मलाई आदि पकवान इस मौके पर बनाए गए जिन्हें पर्यटकों ने चाव से चखा और बनाना सीखा।
इस कार्यक्रम में सम्मिलित विदेशी मेहमानों के माथे पर रोली का तिलक, कलाई पर कांगन डोरा बांधा गया और लाख की चूडियां भी भेंट की गई। बडी ही आत्मीयता के साथ मेहमानों ने आतिथ्य स्वीकार किया। महिला एवं बाल विकास उप निदेशक शोभा पाठक एवं शालिनी विजय ने अतिथियों का स्वागत सत्कार किया। लोक कलाकारों ने प्रस्तुतियों से समां बांधा।
बूंदी उत्सव का यह आयोजन स्थानीय लोगों के लिए जितना रुचिकर होता है, उतना ही पसंदीदा विदेशी पर्यटकों के लिए होता है, तभी वे पूरी तल्लीनता और मन से इस आयोजन का हिस्सा बने। न्यूजीलैंड निवासी एक पर्यटक तो भारतीयता से अभिसिक्त हो, अपना नाम मीरां रख चुकी हैं, तीन बार पहले भी आ चुकी हैं, और उनका वेश भी काफी हद तक भारतीयता से प्रभावित दिखता है, वे कहती हैं‘ आॅल वी गेट हियर इन बूंदी इज अनफाॅरगेटेबल। स्पेन निवासी लूूसिल का कहना था कि यहां का सत्कार मन को छू जाता है। इसी तरह आॅस्ट्रेलिया की सौफी का भी कहना कि वे यहां ही सब यादें लेकर जाएंगे और अपने देश में अपनों से साझा करेंगे।
रानीजी की बावड़ी परिसर में बूंदी उत्सव के कार्यक्रम के तहत आयोजित मान मनुहार कार्यक्रम में पहुंची महिला एवं बाल विकास विभाग राज्यमंत्री अनिता भदेल ने रानी जी बावड़ी का अवलोकन किया। उन्होंने बावड़ी के भीतर उतर कर अवलोकन किया। साथ ही बावड़ी निर्माण में अपनाई गई स्थापत्य कला की सराहना भी की।