देवनानी ने पढ़ाया स्वच्छता का पाठ सावित्री स्कूल में बालिकाओं की ली क्लास
अजमेर। शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी शनिवार को शिक्षक के रूप में नजर आएं। उन्होंने राजकीय सावित्री स्कूल की बालिकाओं की क्लास ...
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अजमेर। शिक्षा राज्यमंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी शनिवार को शिक्षक के रूप में नजर आएं। उन्होंने राजकीय सावित्री स्कूल की बालिकाओं की क्लास ली और उन्हें लगन व समर्पण से पढ़ने की सीख दी। उन्होंने बालिकाओं स्वच्छता का पाठ पढ़ाते हुए कहा कि छात्राएं स्वच्छता और स्वास्थ्य से जुड़ी अच्छी आदतें अपनाएं और समाज को भी इसके लिए प्रेरित करें।
शिक्षा राज्य मंत्री शनिवार को प्रातः राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचे और वहां कक्षा 12 में बालिका की क्लास ली। शिक्षा मंत्री ने बालिकाओं से कहा कि आज प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन है। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए संकल्प लेना चाहिए कि हम स्वच्छता और स्वास्थ्य से जुड़ी अच्छी आदतें अपनाएंगे। हम स्वयं तो इन आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे ही, साथ ही समाज को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। स्वच्छता एवं स्वास्थ्य ऐसे विषय है जिन पर हमें पूरी गम्भीरता के साथ मनन करना होगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में डेंगू, चिकनगुनिया एवं ऐसी ही कई मौस्मी बीमारियों का प्रकोप है। इनमे से ज्यादातर स्वच्छता के अभाव में फैल रही है। सभी विद्यार्थी स्वच्छता के प्रति सजग हो जाएं तो कई बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। विद्यार्थी खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोने की आदत भी विकसित करें तो हमारे स्वास्थ्य के लिए एक अच्छी पहल हो जाएगी। राजस्थान सरकार भी स्कूलों में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के प्रति गम्भीर है। हाल ही में सरकार ने डिटाॅल कम्पनी के साथ एमओयू किया है। डिटाॅल प्रदेश के 3200 स्कूलों में स्वच्छता की आदतें सिखाएगी। उन्होंने कहा कि अजमेर के प्रमुख स्कूलों का डिजीटलाइजेशन तथा बुनियादी सुविधाओं का विस्तार सरकार करने जा रही है।
शिक्षा मंत्री ने दिया 4 डी सक्सेस मंत्र
शिक्षा मंत्राी प्रो. देवनानी ने छात्राओं से कहा कि जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफल होना है तो अभी से लक्ष्य निर्धारित कर तैयारी में जुट जाएं। उन्होंने छात्राओं को सफलता के लिए 4 डी सक्सेस मंत्रा भी दिया। उन्होंने कहा सफलता का पहला डी है डेकोरम यानी मर्यादा बनाए रखना। दूसरा डी है डिसीप्लिन यानी अनुशासन, तीसरा डी डिटर्मीनेशन यानी प्रतिबद्धता एवं चैथा डी है डिवोशन यानी समर्पण। इन चार डी को अपनाकर हम जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकते है।
उन्होंने बालिकाओं को तीन पी और तीन सी की जरूरत भी समझायी। उन्होंने कहा परफेक्शन यानी निपुणता, पेशेंस यानी धैर्य, पोलाइटनेस यानी नम्रता, कम्यूनीकेशन यानी संवाद तथा कंस्ट्रक्टिव यानी रचनात्मक होना किसी भी सफल व्यक्ति की पहचान है। हम अपने जीवन में इन अच्छी आदतों को विकसित करें। छात्राओं ने भी शिक्षक के रूप में आए शिक्षा मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी को देवनानी सर कहकर संबोधित किया एवं सवालों का पूरी जागरूकता के साथ जवाब दिया।
शिक्षा राज्य मंत्री शनिवार को प्रातः राजकीय सावित्री बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय पहुंचे और वहां कक्षा 12 में बालिका की क्लास ली। शिक्षा मंत्री ने बालिकाओं से कहा कि आज प्रधानमंत्राी नरेन्द्र मोदी का जन्मदिन है। हमें उनके जीवन से प्रेरणा लेते हुए संकल्प लेना चाहिए कि हम स्वच्छता और स्वास्थ्य से जुड़ी अच्छी आदतें अपनाएंगे। हम स्वयं तो इन आदतों को अपनी दिनचर्या में शामिल करेंगे ही, साथ ही समाज को भी इसके लिए प्रेरित करेंगे। स्वच्छता एवं स्वास्थ्य ऐसे विषय है जिन पर हमें पूरी गम्भीरता के साथ मनन करना होगा।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में डेंगू, चिकनगुनिया एवं ऐसी ही कई मौस्मी बीमारियों का प्रकोप है। इनमे से ज्यादातर स्वच्छता के अभाव में फैल रही है। सभी विद्यार्थी स्वच्छता के प्रति सजग हो जाएं तो कई बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है। विद्यार्थी खाना खाने के पहले और बाद में हाथ धोने की आदत भी विकसित करें तो हमारे स्वास्थ्य के लिए एक अच्छी पहल हो जाएगी। राजस्थान सरकार भी स्कूलों में स्वच्छता एवं स्वास्थ्य के प्रति गम्भीर है। हाल ही में सरकार ने डिटाॅल कम्पनी के साथ एमओयू किया है। डिटाॅल प्रदेश के 3200 स्कूलों में स्वच्छता की आदतें सिखाएगी। उन्होंने कहा कि अजमेर के प्रमुख स्कूलों का डिजीटलाइजेशन तथा बुनियादी सुविधाओं का विस्तार सरकार करने जा रही है।
शिक्षा मंत्री ने दिया 4 डी सक्सेस मंत्र
शिक्षा मंत्राी प्रो. देवनानी ने छात्राओं से कहा कि जीवन में किसी भी क्षेत्र में सफल होना है तो अभी से लक्ष्य निर्धारित कर तैयारी में जुट जाएं। उन्होंने छात्राओं को सफलता के लिए 4 डी सक्सेस मंत्रा भी दिया। उन्होंने कहा सफलता का पहला डी है डेकोरम यानी मर्यादा बनाए रखना। दूसरा डी है डिसीप्लिन यानी अनुशासन, तीसरा डी डिटर्मीनेशन यानी प्रतिबद्धता एवं चैथा डी है डिवोशन यानी समर्पण। इन चार डी को अपनाकर हम जीवन के किसी भी क्षेत्र में सफल हो सकते है।
उन्होंने बालिकाओं को तीन पी और तीन सी की जरूरत भी समझायी। उन्होंने कहा परफेक्शन यानी निपुणता, पेशेंस यानी धैर्य, पोलाइटनेस यानी नम्रता, कम्यूनीकेशन यानी संवाद तथा कंस्ट्रक्टिव यानी रचनात्मक होना किसी भी सफल व्यक्ति की पहचान है। हम अपने जीवन में इन अच्छी आदतों को विकसित करें। छात्राओं ने भी शिक्षक के रूप में आए शिक्षा मंत्री प्रो. वासुदेव देवनानी को देवनानी सर कहकर संबोधित किया एवं सवालों का पूरी जागरूकता के साथ जवाब दिया।