दूध मिलावट रोकने के पुख्ता प्रयास करेगी अजमेर डेयरी : चौधरी
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अजमेर। अजमेर डेयरी दूध मिलावट रोकने के लिए पुख्ता प्रयास करेगी। इसके लिए 270 वी.एम.सी दुग्ध समितियों पर मिल्को स्क्रीन मशीने उपलब्ध कराई जाएगी, जिस पर लगभग 8 करोड़ रूपए व्यय होंगे। डेयरी अध्यक्ष रामचन्द्र चौधरी ने यह जानकारी देते हुए बताया कि दुग्ध मिलावट रोकने के लिए क्रय की जानी वाली मशीनों में 50 प्रतिशत राशि दुग्ध संघ व 50 प्रतिशत राशि दुग्ध समितियों द्वारा वहन की जाएगी।
उन्होंने बताया कि संघ द्वारा गत वर्ष लगभग 1.86 करोड़ रूपए का लाभांश अर्जित किया हैं, जिसे सहकारी अधिनियम एवं नियम के तहत 86 लाख रूपए का लाभांश समितियों से नियमित दुग्ध उत्पादकों को दीपावली के शुभ अवसर पर दुग्ध के क्रय मूल्य में एक माह तक एक रूपए प्रति लीटर जोड़कर बोनस के रूप में दिया जाएगा। इसी प्रकार संघ में 276 बल्क मिल्क कूलर के रख-रखाव के लिए आईडीएससी से अनुबंध कर लिया गया है, जिस पर 62 लाख रूपए का प्रतिवर्ष खर्च आएगा।
उन्होंने बताया कि संघ के आगामी वित्तीय वर्ष 2017-18 का 715 करोड़ रूपए का बजट पारित किया गया है, जिसमें दुग्ध, पशु आहार, घी, पाउडर छाछ, दही, लस्सी, श्रीखण्ड आदि के विक्रय से 715 करोड़ रुपए का व्यापार होगा। संघ द्वारा 13.59 करोड़ किलो दूघ दुग्ध उत्पादकों से खरीदकर उन्हें 497 करोड़ रूपए का भुगतान किया जाएगा। उक्त वित्तीय वर्ष में 3203 मैट्रिक टन घी एवं 1660 मैट्रिक टन पाउडर (एसएमपी) का उत्पादन किया जाएगा। इसी प्रकार उक्त वित्तीय वर्ष में 8.61 करोड़ लीटर दूध, 3235 मैट्रिक टन घी एवं 1100 मैट्रिक टन पाउडर का विपणन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि संघ में पुराने पाउडर को री-प्रोसेसिंग करने के लिए राज्य सरकार एवं भारत सरकार द्वारा इस वर्ष लगभग 4 करोड़ रूपए अनुदान के रूप में दिए है। इस वर्ष दुग्ध उत्पादकों को छः माह 600 रूपए किलो ग्राम फैट दी गई तथा आगामी छः माह में 550 रूपए किलो ग्राम फैट दी जाएगी। संघ द्वारा इस वर्ष होली से पूर्व सरस मावा के पेड़े तथा मावे के उत्पाद बनाए जाएंगे, जिससे उपभोक्ताओं को शुद्ध मावे के उत्पाद उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि संघ द्वारा आज 2.48 लाख लीटर दूध का विपणन कर 50 वर्षों मे नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
उन्होंने बताया कि संघ की आगामी वार्षिक आम सभा 3 अक्टूबर को जवाहर रंगमंच पर आयोजित की जाएगी। जिसमें जिले की सदस्य दुग्ध समितियों के अध्यक्ष भाग लेंगे। तत्पश्चात एक बजे सरस सरकार सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि संघ द्वारा गत वर्ष लगभग 1.86 करोड़ रूपए का लाभांश अर्जित किया हैं, जिसे सहकारी अधिनियम एवं नियम के तहत 86 लाख रूपए का लाभांश समितियों से नियमित दुग्ध उत्पादकों को दीपावली के शुभ अवसर पर दुग्ध के क्रय मूल्य में एक माह तक एक रूपए प्रति लीटर जोड़कर बोनस के रूप में दिया जाएगा। इसी प्रकार संघ में 276 बल्क मिल्क कूलर के रख-रखाव के लिए आईडीएससी से अनुबंध कर लिया गया है, जिस पर 62 लाख रूपए का प्रतिवर्ष खर्च आएगा।
उन्होंने बताया कि संघ के आगामी वित्तीय वर्ष 2017-18 का 715 करोड़ रूपए का बजट पारित किया गया है, जिसमें दुग्ध, पशु आहार, घी, पाउडर छाछ, दही, लस्सी, श्रीखण्ड आदि के विक्रय से 715 करोड़ रुपए का व्यापार होगा। संघ द्वारा 13.59 करोड़ किलो दूघ दुग्ध उत्पादकों से खरीदकर उन्हें 497 करोड़ रूपए का भुगतान किया जाएगा। उक्त वित्तीय वर्ष में 3203 मैट्रिक टन घी एवं 1660 मैट्रिक टन पाउडर (एसएमपी) का उत्पादन किया जाएगा। इसी प्रकार उक्त वित्तीय वर्ष में 8.61 करोड़ लीटर दूध, 3235 मैट्रिक टन घी एवं 1100 मैट्रिक टन पाउडर का विपणन किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि संघ में पुराने पाउडर को री-प्रोसेसिंग करने के लिए राज्य सरकार एवं भारत सरकार द्वारा इस वर्ष लगभग 4 करोड़ रूपए अनुदान के रूप में दिए है। इस वर्ष दुग्ध उत्पादकों को छः माह 600 रूपए किलो ग्राम फैट दी गई तथा आगामी छः माह में 550 रूपए किलो ग्राम फैट दी जाएगी। संघ द्वारा इस वर्ष होली से पूर्व सरस मावा के पेड़े तथा मावे के उत्पाद बनाए जाएंगे, जिससे उपभोक्ताओं को शुद्ध मावे के उत्पाद उपलब्ध हो सकेंगे। उन्होंने बताया कि संघ द्वारा आज 2.48 लाख लीटर दूध का विपणन कर 50 वर्षों मे नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
उन्होंने बताया कि संघ की आगामी वार्षिक आम सभा 3 अक्टूबर को जवाहर रंगमंच पर आयोजित की जाएगी। जिसमें जिले की सदस्य दुग्ध समितियों के अध्यक्ष भाग लेंगे। तत्पश्चात एक बजे सरस सरकार सम्मेलन का आयोजन भी किया जाएगा।