बंधन मुक्त होंगी मुंडा समाज के भगवान बिरसा मुंडा की मूर्तियाँ
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/06/statues-of-Birsa-Munda-will-ne-bond-freely.html
रांची। 19वीं सदी के प्रमुख आदिवासी जननायक बिरसा मुंडा, जिनके नेतृत्व में मुंडा आदिवासियों ने 19वीं सदी के आखिरी वर्षों में मुंडाओं के महान आन्दोलन उलगुलान को अंजाम दिया था। मुंडा समाज के लोग जिन्हें आज भगवान के रूप में पूजते हैं, उनकी मूर्ति व तस्वीरों से बेड़ियों को हटाने के लिए झारखंड की रघुवर सरकार ने निर्देश दिए हैं। गौरतलब है कि राज्य के ज्यादातर जगहों पर भगवान बिरसा की प्रतिमा में बेड़ी लगी हुई है।
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी बिरसा मुंडा की ऐसी तस्वीर और मूर्तियों को बदलने का आदेश दिया है, जिसमें उनके हाथ में बेड़ी लगा हुआ दिखाया गया है। इसके बदले सभी जगहों पर बेड़ी मुक्त मूर्ति और तस्वीर लगाने का आदेश दिया है। पर्यटन, कला संस्कृति और खेलकूद विभाग द्वारा जारी संकल्प में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के निर्देश का अनुपालन तत्काल प्रभाव से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री रघुवर दास का मानना है कि भगवान बिरसा की बेड़ी युक्त तस्वीर और प्रतिमा बंधन का प्रतीक है, जिससे युवाओं की भावनाओं को इेस पहुंचती है और साथ ही उनकी भावनाओं पर भी गलत असर पड़ रहा है। इसलिए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राज्य सरकार को इस संबंध में निर्णय लेने का सुझाव दिया था कि आजाद देश में भगवान बिरसा मुंडा को बेड़ियों में दिखाना उचित नहीं है।
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने स्वतंत्रता संग्राम के सेनानी बिरसा मुंडा की ऐसी तस्वीर और मूर्तियों को बदलने का आदेश दिया है, जिसमें उनके हाथ में बेड़ी लगा हुआ दिखाया गया है। इसके बदले सभी जगहों पर बेड़ी मुक्त मूर्ति और तस्वीर लगाने का आदेश दिया है। पर्यटन, कला संस्कृति और खेलकूद विभाग द्वारा जारी संकल्प में कहा गया है कि मुख्यमंत्री के निर्देश का अनुपालन तत्काल प्रभाव से किया जाएगा।
मुख्यमंत्री रघुवर दास का मानना है कि भगवान बिरसा की बेड़ी युक्त तस्वीर और प्रतिमा बंधन का प्रतीक है, जिससे युवाओं की भावनाओं को इेस पहुंचती है और साथ ही उनकी भावनाओं पर भी गलत असर पड़ रहा है। इसलिए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने राज्य सरकार को इस संबंध में निर्णय लेने का सुझाव दिया था कि आजाद देश में भगवान बिरसा मुंडा को बेड़ियों में दिखाना उचित नहीं है।
