सुपर हाईस्पीड इंटरनेट के लिए माइक्रोसॉफ्ट—फेसबुक समुद्र के नीचे बिछाएंगे केबल
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/05/for-super-high-speed-internet-Microsoft-and-Facebook-to-Lay-cable-under-sea.html
सैन फ्रांसिसको। 2जी के बाद 3 जी और 4जी इंटरनेट के आने से जहां हाईस्पीड इंटरनेट को आवश्यकता का जन्म हुआ है, वहीं अब दुनियाभर में हर कोई हाईस्पीड इंटरनेट की चाहत रखने लगा है। इसी को लेकर अब इंटरनेट की स्पीड में एक कदम और आगे बढ़ाते हुए दुनिया की दो दिग्गज कंपनियां — माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक — ने हाथ मिलाया है और अब सुपर हाईस्पीड इंटरनेट के लिए ये दोनों कंपनियां मिलकर अटलांटिक महासागर में 6,600 किमी लंबा केबल बिछाने की योजना तैयार पर काम करेगी।
माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक की ओर से अटलांटिक महासागर के अंदर एक तरफ से दूसरी तरफ बिछाए जाने वाली 6 हजार 600 किलोमीटर लंबी नई और अत्याधुनिक केबल से हाई स्पीड इंटरनेट की मांग को पूरा किया जा सकेगा। वहीं दोनों कंपनियां बेहतर उच्च और भरोसेमंद गति से क्लाउड और ऑनलाइन सेवाएं मुहैया कर पाएंगी।
माइक्रोसॉफ्ट की ओर से जारी बयान के मुताबिक एमएआरईए केबल से उपभोक्ताओं की हाईस्पीड और विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्शन की मांग को पूरी की जा सकेगी। प्रस्तावित केबल के जरिये सबसे पहले अमेरिका और यूरोप को जोड़ा जाएगा। उसके बाद अन्य महादेशों तक इसका विस्तार किया जाएगा। इससे भारत जैसे देशों के इंटरनेट उपभोक्ताओं को भी फायदा होने की संभावना है। इस केबल के बिछाने का काम अगस्त 2016 में शुरू होगा और इसके अक्टूबर 2017 में पूरा होने की उम्मीद है।
इस इंटरनेट केबल की क्षमता मौजूदा केबल से ज्यादा होगी। आठ जोड़े फाइबर वायर के साथ इसकी क्षमता 160 टेराबिट्स प्रति सेकेंड की होगी। यह घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले इंटरनेट की स्पीड से एक करोड़ साठ लाख गुना ज्यादा होगा। परिचालन और प्रबंधन की जिम्मेदारी टेलक्सियस पर होगी।
माइक्रोसॉफ्ट और फेसबुक की ओर से अटलांटिक महासागर के अंदर एक तरफ से दूसरी तरफ बिछाए जाने वाली 6 हजार 600 किलोमीटर लंबी नई और अत्याधुनिक केबल से हाई स्पीड इंटरनेट की मांग को पूरा किया जा सकेगा। वहीं दोनों कंपनियां बेहतर उच्च और भरोसेमंद गति से क्लाउड और ऑनलाइन सेवाएं मुहैया कर पाएंगी।
माइक्रोसॉफ्ट की ओर से जारी बयान के मुताबिक एमएआरईए केबल से उपभोक्ताओं की हाईस्पीड और विश्वसनीय इंटरनेट कनेक्शन की मांग को पूरी की जा सकेगी। प्रस्तावित केबल के जरिये सबसे पहले अमेरिका और यूरोप को जोड़ा जाएगा। उसके बाद अन्य महादेशों तक इसका विस्तार किया जाएगा। इससे भारत जैसे देशों के इंटरनेट उपभोक्ताओं को भी फायदा होने की संभावना है। इस केबल के बिछाने का काम अगस्त 2016 में शुरू होगा और इसके अक्टूबर 2017 में पूरा होने की उम्मीद है।
इस इंटरनेट केबल की क्षमता मौजूदा केबल से ज्यादा होगी। आठ जोड़े फाइबर वायर के साथ इसकी क्षमता 160 टेराबिट्स प्रति सेकेंड की होगी। यह घरों में इस्तेमाल किए जाने वाले इंटरनेट की स्पीड से एक करोड़ साठ लाख गुना ज्यादा होगा। परिचालन और प्रबंधन की जिम्मेदारी टेलक्सियस पर होगी।
