हड़ताल में पिस रहे होंडा कंपनी के मजदूर
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/03/workers-of-honda-company-languishing-over-strike.html
जयपुर। भिवाड़ी के नजदीक स्थित टपूकड़ा इंडस्ट्रीज एरिया में होंडा माटरसाइकिल-स्कूटर कंपनी के मजदूर इन दिनों अपने अधिकारों की लड़ाई लड़ रहे हैं, लेकिन इसी लड़ाई में उनका परिवार आर्थिक समस्यों से जूझने को मजबूर है। कंपनी मैनेजमेंट और मजदूरों के आमने-सामने होने को लेकर पिछले कुछ दिनों से यहां एक ओर जहां मजदूरों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर कंपनी प्रशासन को कंपनी का कार्य सुचारू रूप से चलाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आलम ये है कि मजदूर दिन-ब-दिन नित-नई रणनीतियां बनाने में जुटे हुए हैं, वहीं कंपनी प्रशासन कंपनी के कार्य को सुचारू बनाने के लिए प्रयासरत है।
विगत करीब एक पखवाड़े से यहां मजदूरों ने कंपनी में कार्य करना बंद किया हुआ है और कंपनी भी अपने मजदूरों को मनाकर कार्य में लगाने के लिए प्रयास कर रही है, ताकि उन मजदूरों को अपने परिवार के लिए दो जून की रोटी की व्यवस्था किए जाने के लिए उनके रोजगार का प्रबंध हो सके और साथ ही कंपनी का प्रोडेक्शन कार्य भी सुचारू हो सके।
गौरतलब है कि यहां करीब एक पखवाड़े से मजदूर हड़ताल पर है और अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि उन्हें कंपनी मैनेजमंंट की ओर से बनाए जाने वाले अनावश्यक दबाव तले दबकर कार्य करना पड़ता है, जिससे उन्हें शारीरिक, मानसिक एवं पारिवारिक परेशानियां झेलनी पड़ती है।
वहीं दूसरी ओर, कंपनी मैनेजमेंट का कहना है कि पिछले कई दिनों से मजदूरों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से कंपनी को पहले ही काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है, ऐसे में कंपनी की ओर से अपने कार्य को सुचारू किए जाने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे है। लेकिन कुछ स्वार्थी लोगों के बहकावे में आकर मजदूर हड़ताल पर टड़े हुए है, जिससे उनके ही परिवार एवं रोजगार पर संकट बना हुआ है।
कंपनी का कहना है कि किसी भी कंपनी में कार्य करने वाले मजदूर भी कंपनी परिवार के सदस्य के समान होते है, जिससे उनका रोजगार और उन मजदूरों का परिवार पलता है। लेकिन कुछ लोगों के बहकावे में आकर कई जरूरतमंद मजदूरों को बेरोजगारी की शक्ल में आर्थिक परेशानियां झेलनी पड़ रही है, जिसे हम भी समझ रहे हैं और इस प्रयास में लगे हैं कि जल्द से जल्द इस समस्या का दूर किया जाए।
विगत करीब एक पखवाड़े से यहां मजदूरों ने कंपनी में कार्य करना बंद किया हुआ है और कंपनी भी अपने मजदूरों को मनाकर कार्य में लगाने के लिए प्रयास कर रही है, ताकि उन मजदूरों को अपने परिवार के लिए दो जून की रोटी की व्यवस्था किए जाने के लिए उनके रोजगार का प्रबंध हो सके और साथ ही कंपनी का प्रोडेक्शन कार्य भी सुचारू हो सके।
गौरतलब है कि यहां करीब एक पखवाड़े से मजदूर हड़ताल पर है और अपने अधिकारों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। मजदूरों का कहना है कि उन्हें कंपनी मैनेजमंंट की ओर से बनाए जाने वाले अनावश्यक दबाव तले दबकर कार्य करना पड़ता है, जिससे उन्हें शारीरिक, मानसिक एवं पारिवारिक परेशानियां झेलनी पड़ती है।
वहीं दूसरी ओर, कंपनी मैनेजमेंट का कहना है कि पिछले कई दिनों से मजदूरों के हड़ताल पर चले जाने की वजह से कंपनी को पहले ही काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा है, ऐसे में कंपनी की ओर से अपने कार्य को सुचारू किए जाने के लिए हर तरह के प्रयास किए जा रहे है। लेकिन कुछ स्वार्थी लोगों के बहकावे में आकर मजदूर हड़ताल पर टड़े हुए है, जिससे उनके ही परिवार एवं रोजगार पर संकट बना हुआ है।
कंपनी का कहना है कि किसी भी कंपनी में कार्य करने वाले मजदूर भी कंपनी परिवार के सदस्य के समान होते है, जिससे उनका रोजगार और उन मजदूरों का परिवार पलता है। लेकिन कुछ लोगों के बहकावे में आकर कई जरूरतमंद मजदूरों को बेरोजगारी की शक्ल में आर्थिक परेशानियां झेलनी पड़ रही है, जिसे हम भी समझ रहे हैं और इस प्रयास में लगे हैं कि जल्द से जल्द इस समस्या का दूर किया जाए।