जिला स्तर पर लगेंगे अमृता हाट, महिलाएं होंगी मजबूत : भदेल
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अजमेर। महिला एवं बाल विकास मंत्री अनिता भदेल ने कहा कि मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के नेतृत्व में दो साल में राज्य की महिलाएं सशक्त एवं आत्मनिर्भर हुईं हैं। राज्य सरकार प्रदेश में महिलाओं की उन्नति के लिए लगातार काम कर रही हैं। महिला उद्यमियों को मंच उपलब्ध करवाने के लिए अमृता हाट अब प्रदेश के प्रत्येक जिले में आयोजित किए जाएंगे।
भदेल ने आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर पत्राकारों को राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में देश का प्रमुख राज्य बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने महिलाओं को परिवार का मुखिया मानकर उन्हें भामाशाह योजना के जरिए सशक्त किया है। इस योजना के साथ ही अन्य योजनाओं में भी महिलाओं को आगे लाने के प्रयास किए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग में महिलाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए संभाग मुख्यालयों पर अमृता हाट का आयोजन किया। यह प्रयोग बेहद सफल रहा है। अब अमृता हाट जिला स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। इस योजना में महिला उद्यमियों को शहरी क्षेत्रों में उनके उत्पाद बेचने के लिए मंच उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही उनके आने-जाने एवं रहने खाने की व्यवस्था भी सरकार द्वारा निशुल्क की जाती है।
भदेल ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रामों का आयोजन किया जा रहा है। इन प्रशिक्षणों के माध्यम से महिलाओं को विभिन्न व्यवसायों में रोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए है। सरकार द्वारा इन महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अब सरकारी नौकरियों के लिए आरएससीआईटी के माध्यम से कम्प्यूटर प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया गया है। महिलाओं को यह प्रशिक्षण निशुल्क दिया जा रहा है। इसी तरह सामूहिक विवाह में भी राज्य सरकार ने इस वर्ष 9 करोड़ रूपए का अनुदान दिया है। इसमें वधु को 10 हजार एवं सामूहिक विवाह समिति को 2 हजार 500 रूपए प्रति जोड़ा अनुदान दिया जा रहा है। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम एवं राजस्थान कौशल विकास निगम के माध्यम से हजारों महिलाओं को रोजगार का प्रशिक्षण देकर स्वावलम्बी बनाया गया है।
इस अवसर पर भदेल ने आईएसीटी की पुस्तिका युवा टाईम्स का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में कंवल प्रकाश किशनानी, शैलेन्द्र सतरावला एवं राजीव कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। आईएसीटी के निदेशक ने संस्था की गतिविधयों पर प्रकाश डाला।
भदेल ने आज अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर पत्राकारों को राज्य सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राजस्थान महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में देश का प्रमुख राज्य बनकर उभरा है। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने महिलाओं को परिवार का मुखिया मानकर उन्हें भामाशाह योजना के जरिए सशक्त किया है। इस योजना के साथ ही अन्य योजनाओं में भी महिलाओं को आगे लाने के प्रयास किए जा रहे है।
उन्होंने कहा कि महिला एवं बाल विकास विभाग में महिलाओं को स्वरोजगार के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने के लिए संभाग मुख्यालयों पर अमृता हाट का आयोजन किया। यह प्रयोग बेहद सफल रहा है। अब अमृता हाट जिला स्तर पर आयोजित किए जाएंगे। इस योजना में महिला उद्यमियों को शहरी क्षेत्रों में उनके उत्पाद बेचने के लिए मंच उपलब्ध कराया जाता है। साथ ही उनके आने-जाने एवं रहने खाने की व्यवस्था भी सरकार द्वारा निशुल्क की जाती है।
भदेल ने कहा कि राजस्थान में महिलाओं को स्वावलम्बी बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रामों का आयोजन किया जा रहा है। इन प्रशिक्षणों के माध्यम से महिलाओं को विभिन्न व्यवसायों में रोजगार के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इसके सकारात्मक परिणाम भी सामने आए है। सरकार द्वारा इन महिलाओं को स्वयं सहायता समूहों के माध्यम से ऋण भी उपलब्ध कराया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि अब सरकारी नौकरियों के लिए आरएससीआईटी के माध्यम से कम्प्यूटर प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया गया है। महिलाओं को यह प्रशिक्षण निशुल्क दिया जा रहा है। इसी तरह सामूहिक विवाह में भी राज्य सरकार ने इस वर्ष 9 करोड़ रूपए का अनुदान दिया है। इसमें वधु को 10 हजार एवं सामूहिक विवाह समिति को 2 हजार 500 रूपए प्रति जोड़ा अनुदान दिया जा रहा है। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम एवं राजस्थान कौशल विकास निगम के माध्यम से हजारों महिलाओं को रोजगार का प्रशिक्षण देकर स्वावलम्बी बनाया गया है।
इस अवसर पर भदेल ने आईएसीटी की पुस्तिका युवा टाईम्स का भी विमोचन किया। कार्यक्रम में कंवल प्रकाश किशनानी, शैलेन्द्र सतरावला एवं राजीव कुमार सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। आईएसीटी के निदेशक ने संस्था की गतिविधयों पर प्रकाश डाला।