सारधा चिटफंड घोटाले में चिदंबरम की पत्नी को सीबीआई का सम्मन
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/03/CBI-issue-summon-to-chidambaram-wife-over-saradha-chit-fund-scam.html
नई दिल्ली। केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने हजारों करोड़ रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी चिदंबरम की पत्नी नलिनी चिदंबरम को सारधा घोटाले माममले में पूछताछ के लिए सम्मन भेजा है। सीबीआई ने उन्हें 10 मार्च को कोलकाता स्थित अपने कार्यालय में पूछताछ के लिए बुलाया है।
उल्लेखनीय है कि नलिनी चिदंबरम वरिष्ठ वकील हैं और वे सारधा ग्रुप कंपनी के कानूनी मामलों को देखती रही हैं। हजारों करोड़ रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में कंपनी को कानूनी सलाह देने के लिए नलिनी ने एक करोड़ रुपये फी ली थी। कांग्रेस नेता मतंग सिंह की पत्नी मनोरंजना सिंह के आग्रह पर नलिनी वकील के रूप में सारधा ग्रुप को कानूनी सलाह देने के लिए राजी हुई थीं।
सारधा ग्रुप के मालिक सुदिप्तो सेन ने 2013 में सीबीआई को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कानूनी सलाह के लिए नलिनी चिदंबरम को एक करोड़ रुपये का भुगतान करने का उल्लेख किया था। गौरतलब है कि पिछले साल भी यह खबर आई थी कि चेन्नई में नलिनी चिदंबरम से सीबीआई द्वारा पूछताछ की गई थी।
बहरहाल, चिदंबरम परिवार फिलहाल पूरी तरह कानूनी झमेलों में उलझ गया है। एक ओर जहां, इशरत जहां केस में चिदंबरम की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं उनके बेटे कार्ति चिदंबरम की दूसरे देशों में कथित संपत्ति को लेकर अन्नाद्रमुक सहित विपक्ष हमलावार है। वहीं, अब नलिनी सारधा घोटाला मामले में विवादस्पद कंपनी को कानूनी सलाह देने के लिए घिर गई हैं।
उल्लेखनीय है कि नलिनी चिदंबरम वरिष्ठ वकील हैं और वे सारधा ग्रुप कंपनी के कानूनी मामलों को देखती रही हैं। हजारों करोड़ रुपये के सारधा चिटफंड घोटाले में कंपनी को कानूनी सलाह देने के लिए नलिनी ने एक करोड़ रुपये फी ली थी। कांग्रेस नेता मतंग सिंह की पत्नी मनोरंजना सिंह के आग्रह पर नलिनी वकील के रूप में सारधा ग्रुप को कानूनी सलाह देने के लिए राजी हुई थीं।
सारधा ग्रुप के मालिक सुदिप्तो सेन ने 2013 में सीबीआई को एक पत्र लिखा था, जिसमें उन्होंने कानूनी सलाह के लिए नलिनी चिदंबरम को एक करोड़ रुपये का भुगतान करने का उल्लेख किया था। गौरतलब है कि पिछले साल भी यह खबर आई थी कि चेन्नई में नलिनी चिदंबरम से सीबीआई द्वारा पूछताछ की गई थी।
बहरहाल, चिदंबरम परिवार फिलहाल पूरी तरह कानूनी झमेलों में उलझ गया है। एक ओर जहां, इशरत जहां केस में चिदंबरम की भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं, वहीं उनके बेटे कार्ति चिदंबरम की दूसरे देशों में कथित संपत्ति को लेकर अन्नाद्रमुक सहित विपक्ष हमलावार है। वहीं, अब नलिनी सारधा घोटाला मामले में विवादस्पद कंपनी को कानूनी सलाह देने के लिए घिर गई हैं।