'रिसर्जेंट राजस्थान' अब बनने लगा 'अर्जेन्ट'
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/10/resergeant-rajasthan-now-became-as-urgent.html
जयपुर। राजधानी जयपुर में अगले माह आयोजित होने वाली 'रिसर्जेंट राजस्थान समिट' को लेकर शहरभर में तैयारियां परवान पर है और शहर के सौन्दर्यीकरण का कार्य युद्धस्तर पर जारी है। शहर में चल रहे सौन्दर्यीकरण के विभिन्न कार्यों को लेकर जहां प्रशंसनीय कार्य हो रहा है। वहीं दूसरी ओर कई कार्यों में बेमतलब का अतिरिक्त खर्च किया जाना भी नजर आ रहा है।
ऐसे में समिट की तैयारियों के तहत चल रह कार्यों को देखकर ऐसा लगने लगा है कि जैसे-जैसे आयोजन का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे ही रिसर्जेंट राजस्थान अब 'अर्जेन्ट' बनता जा रहा है।
गौरतलब है कि नवम्बर में आयोजित होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान सम्मलेन को लेकर पिछले करीब 1 माह से भी अधिक समय से इसकी तैयारियां चली आ रही है। रिसर्जेंट राजस्थान समिट को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का ड्रीम प्रोजेक्ट भी बताया जा रहा है और इसके आयोजन से प्रदेश में कई बड़ी कंपनियों के निवेश के द्वार खुलने की उम्मीद की जा रही है।
ऐसे में प्रदेश में कई नई कंपनियों के आने पर रोजगार के अवसरों म भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद की जा रही है, जिससे प्रदेश के लाखों बेरोजगारों को रोजगार मिल सकेगा। समिट की तैयारियों को लेकर शहरभर में युद्धस्तर पर विभिन्न कवायदें की जा रही है साथ ही इसके प्रचार-प्रसार के लिए फिल्म अभिनेता इरफान खान को इसका ब्रांड एम्बेस्डर भी बनाया गया है।
इसके अतिरिक्त निवेशकों को शहर के सौन्दर्य से आकर्षित करने के लिए मुख्य मार्गों को साफ-सुथरा बनाया जा रहा है और डिवाइडरों की सजावट के लिए उनमें फूलदार पौधे लगाए जा रहे हैं। जेएलएन मार्ग, टोंक रोड, सहकार मार्ग समेत अन्य कई मुख्य मार्गों को दुधिया रोशनीयुक्त बनाया जाने के लिए यहां एलईडी लाइटें लगाई गई है।
वहीं सड़कों को भी अतिक्रमण मुक्त एवं सुगम यातायात योग्य बनाने की कवायदें की जा रही है। शहर की विभिन्न सड़कों को जहां दुरूस्त कर नया रंग-रूप प्रदान किया जा रहा है, वहीं कई सड़कों को फिर नए सिरे से भी बनाया जा रहा है।
आलम ये है कि सड़कों को नया रंग-रूप प्रदान करने के कार्य में कई ऐसी सड़कें भी है, जो न सिर्फ पहले से काफी अच्छी स्थिती में थी बल्कि उन पर कुछ कार्य करने की आवश्यकता भी नहीं थी। लेकिन उन सड़कों के ऊपर ही नई सड़कें बिछाई जाकर उन्हें फिर से नए सिरे से बनाया जा रहा है।
ऐसे मार्गों में भगवानदास मार्ग, सहकार मार्ग, टोंक रोड समेत कई सड़कों पर अतिरिक्त खर्चा कर सड़क के ऊपर ही सड़क बनाई जा रही है। अम्बाबाडी सर्किल के चारों ओर, जहां पहले से ही सड़कें पूरी तरह से दुरूस्त थी और बमुश्किल मामूली मरम्मत से भी उन्हें बेहतर बनाया जा सकता था, वहां पर भी सड़क के ऊपर ही नई सड़क बिछाने का कार्य चल रहा है।
हालांकि समिट की तैयारियों को लेकर शहर में हो रहे विभिन्न कार्यों से शहरवासियों को कम से कम यातायात में बेहतर सड़कों की सुविधा तो उपलब्ध हो ही जाएगी। लेकिन, ऐसे में रिसर्जेंट राजस्थान के नाम पर हो रही तैयारियों के बीच करोड़ों रुपए को पानी की तरह बहाया जा रहा है और जहां आवश्यकता नहीं है, वहां भी अतिरिक्त खर्चा किया जा रहा है।
ऐसे में समिट की तैयारियों के तहत चल रह कार्यों को देखकर ऐसा लगने लगा है कि जैसे-जैसे आयोजन का समय नजदीक आता जा रहा है, वैसे ही रिसर्जेंट राजस्थान अब 'अर्जेन्ट' बनता जा रहा है।
गौरतलब है कि नवम्बर में आयोजित होने वाले रिसर्जेंट राजस्थान सम्मलेन को लेकर पिछले करीब 1 माह से भी अधिक समय से इसकी तैयारियां चली आ रही है। रिसर्जेंट राजस्थान समिट को मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे का ड्रीम प्रोजेक्ट भी बताया जा रहा है और इसके आयोजन से प्रदेश में कई बड़ी कंपनियों के निवेश के द्वार खुलने की उम्मीद की जा रही है।
ऐसे में प्रदेश में कई नई कंपनियों के आने पर रोजगार के अवसरों म भी बढ़ोतरी होने की उम्मीद की जा रही है, जिससे प्रदेश के लाखों बेरोजगारों को रोजगार मिल सकेगा। समिट की तैयारियों को लेकर शहरभर में युद्धस्तर पर विभिन्न कवायदें की जा रही है साथ ही इसके प्रचार-प्रसार के लिए फिल्म अभिनेता इरफान खान को इसका ब्रांड एम्बेस्डर भी बनाया गया है।
इसके अतिरिक्त निवेशकों को शहर के सौन्दर्य से आकर्षित करने के लिए मुख्य मार्गों को साफ-सुथरा बनाया जा रहा है और डिवाइडरों की सजावट के लिए उनमें फूलदार पौधे लगाए जा रहे हैं। जेएलएन मार्ग, टोंक रोड, सहकार मार्ग समेत अन्य कई मुख्य मार्गों को दुधिया रोशनीयुक्त बनाया जाने के लिए यहां एलईडी लाइटें लगाई गई है।
वहीं सड़कों को भी अतिक्रमण मुक्त एवं सुगम यातायात योग्य बनाने की कवायदें की जा रही है। शहर की विभिन्न सड़कों को जहां दुरूस्त कर नया रंग-रूप प्रदान किया जा रहा है, वहीं कई सड़कों को फिर नए सिरे से भी बनाया जा रहा है।
आलम ये है कि सड़कों को नया रंग-रूप प्रदान करने के कार्य में कई ऐसी सड़कें भी है, जो न सिर्फ पहले से काफी अच्छी स्थिती में थी बल्कि उन पर कुछ कार्य करने की आवश्यकता भी नहीं थी। लेकिन उन सड़कों के ऊपर ही नई सड़कें बिछाई जाकर उन्हें फिर से नए सिरे से बनाया जा रहा है।
ऐसे मार्गों में भगवानदास मार्ग, सहकार मार्ग, टोंक रोड समेत कई सड़कों पर अतिरिक्त खर्चा कर सड़क के ऊपर ही सड़क बनाई जा रही है। अम्बाबाडी सर्किल के चारों ओर, जहां पहले से ही सड़कें पूरी तरह से दुरूस्त थी और बमुश्किल मामूली मरम्मत से भी उन्हें बेहतर बनाया जा सकता था, वहां पर भी सड़क के ऊपर ही नई सड़क बिछाने का कार्य चल रहा है।
हालांकि समिट की तैयारियों को लेकर शहर में हो रहे विभिन्न कार्यों से शहरवासियों को कम से कम यातायात में बेहतर सड़कों की सुविधा तो उपलब्ध हो ही जाएगी। लेकिन, ऐसे में रिसर्जेंट राजस्थान के नाम पर हो रही तैयारियों के बीच करोड़ों रुपए को पानी की तरह बहाया जा रहा है और जहां आवश्यकता नहीं है, वहां भी अतिरिक्त खर्चा किया जा रहा है।