जेडीए को सौंपी नगर निगम के अधूरे कार्यों को पूरा कराने की जिम्मेदारी
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/09/jda-to-complete-the-work-of-nagar-nigam.html
जयपुर। नवम्बर में आयोजित होने वाली रिसर्जेंट राजस्थान समिट को लेकर की जा रही कवायादों के तहत एक ओर जहां युद्धस्तर पर तैयारियां की जा रही है, वहीं दूसरी ओर नगर निगम प्रशासन समिट की तैयारियों में पिछड़ता जा रहा है। इसी के चलते नगर निगम के अधूरे पड़े विकास कार्यों को रिसर्जेंट राजस्थान समिट से पहले पूरा कराने के लिए राज्य सरकार ने जेडीए को जिम्मेदारी सौंपी है।
निगम के अधूरे पड़े विकास कार्यों को अब जेडीए जल्द से जल्द पूरा करवाएगा। इसके लिए जेडीए उन सड़कों के सर्वेक्षण का कर कार्य शुरू करेगा, जहां निगम लंबे समय बाद भी काम पूरा नहीं कर पाया है। इस तरह की सड़कों में चारदीवारी एवं आमेर रोड़ सहित दूसरे इलाके की सड़के भी शामिल हो सकती है।
जानकारी के अनुसार दुर्गापुरा एलीवेटेड रोड सहित बीआरटीएस कॉरिडोर का काम पूरा करने की कवायद की जा रही है। वहीं जेडीए सड़कों के सौंदर्यकरण का कार्य भी करवा रहा है। इसके तहत जेडीए ने सीतापुरा इलाके में जयपुर-सवाईमाधोपुर रेलवे ट्रेक, रेलवे ओवरब्रिज के डिजाइन को मंजूरी दी है।
साथ ही सीतापुरा इलाके में बनने वाला फ्लाईओवर, जो करीब 116 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा, वह ऐसा पहला फ्लाईओवर होगा, जिसमें आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे आसपास की कॉलोनियों को फायदा होगा और जाम से निजात मिल पाएगी।
जानकारी के अनुसार इसकी अनुमानित लागत को जेडीए, उत्तर पश्चिम रेलवे, एनडब्ल्यूआर और रीको में साझा किया जाएगा। इसमें फ्लाईओवर की ऊपरी पुल की लंबाई 925 मीटर होगी।
निगम के अधूरे पड़े विकास कार्यों को अब जेडीए जल्द से जल्द पूरा करवाएगा। इसके लिए जेडीए उन सड़कों के सर्वेक्षण का कर कार्य शुरू करेगा, जहां निगम लंबे समय बाद भी काम पूरा नहीं कर पाया है। इस तरह की सड़कों में चारदीवारी एवं आमेर रोड़ सहित दूसरे इलाके की सड़के भी शामिल हो सकती है।
जानकारी के अनुसार दुर्गापुरा एलीवेटेड रोड सहित बीआरटीएस कॉरिडोर का काम पूरा करने की कवायद की जा रही है। वहीं जेडीए सड़कों के सौंदर्यकरण का कार्य भी करवा रहा है। इसके तहत जेडीए ने सीतापुरा इलाके में जयपुर-सवाईमाधोपुर रेलवे ट्रेक, रेलवे ओवरब्रिज के डिजाइन को मंजूरी दी है।
साथ ही सीतापुरा इलाके में बनने वाला फ्लाईओवर, जो करीब 116 करोड़ रुपए की लागत से तैयार होगा, वह ऐसा पहला फ्लाईओवर होगा, जिसमें आधुनिकतम तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे आसपास की कॉलोनियों को फायदा होगा और जाम से निजात मिल पाएगी।
जानकारी के अनुसार इसकी अनुमानित लागत को जेडीए, उत्तर पश्चिम रेलवे, एनडब्ल्यूआर और रीको में साझा किया जाएगा। इसमें फ्लाईओवर की ऊपरी पुल की लंबाई 925 मीटर होगी।