स्मोकिंग में नंबर 2 पर भारतीय महिलाएं
न्यूयॉर्क। शोध पत्रिका 'जर्नल ऑफ अमेरिकन मेडिकल एसोसिएशन' में प्रकाशित ताजा अध्ययन के मुताबिक भारतीय महिलाएं धूम्रपान करने में अ...
वैश्विक स्तर पर जहां धूम्रपान करने वाली महिलाओं की संख्या में पिछले तीन दशकों में सात फीसदी का इजाफा हुआ, वहीं भारत में धूम्रपान करने वाली महिलाओं की संख्या में 200 फीसदी से भी अधिक का इजाफा हुआ है। 1980 में भारत में जहां 53 लाख महिलाएं धूम्रपान करती थीं, वहीं 2012 में यह संख्या बढ़कर 1.21 करोड़ हो चुकी है।
भारत में हालांकि पुरुषों में भी धूम्रपान करने की लत में पिछले तीन दशकों में काफी तेजी से इजाफा हुआ है। भारत में तीन दशक पहले जहां धूम्रपान करने वाले व्यक्तियों की संख्या 7.45 करोड़ थी,वहीं आज लगभग 11 करोड़ व्यक्ति धूम्रपान की लत के शिकार हैं, जिसमें महिलाएं भी शामिल हैं।
एक न्यूज वेबसाइट 2012 में स्मोकिंग की आदत 3.2 फीसदी की दर से बढ़ी। भारत के स्मोकर्स दिन में औसतन 8.2 सिगरेट पी जाते हैं। यह वही देश है जहां हर साल करीब 10 लाख मौतें तंबाकू की वजह से होती हैं। धूम्रपान भारत में बिगड़ते स्वास्थ्य का तीसरा सबसे बड़ा कारण बन गया है।
रिपोर्ट के मुताबिक, धूम्रपान करने वाली भारतीय महिला हर रोज 7 सिगरेट पी जाती है। इस मामले में वह भारतीय पुरुषों से भी आगे है, जो रोज 6.1 सिगरेट पीते हैं। 1980 से 2012 के बीच भारतीय पुरुषों में स्मोकिंग की लत 33.8 फीसदी से घटकर 23 फीसदी रह गई है।