चौथवसूली से प्रतिदिन लग रहा हैं करोड़ों का सट्टा
सट्टा बाजार का हर एक दांव उजाड़ रहा है लोगों की जिंदगी बालोतरा। पुलिस प्रशासन की तथाकथित चौथ वसूली व संरक्षण से प्रतिदिन करोड़ों रूपयें...
सट्टा बाजार का हर एक दांव उजाड़ रहा है लोगों की जिंदगी
बालोतरा। पुलिस प्रशासन की तथाकथित चौथ वसूली व संरक्षण से प्रतिदिन करोड़ों रूपयें का सट्टा कारोबार फल फूल रहा हैं। जिन बड़े सटोरियों से प्रतिदिन चौथ वसूली जाती हैं उनके विरूद्ध कार्यवाहीं नहीं की जाती है लेकिन जो सटोरिये चोरी चुपे सट्टे का कारोबार करते हैं उनके विरूद्ध कार्यवाहीं कर आला अफसरों के सामने हिमायती बन जाते है।ये सिलसिला पिछले लंबे समय से बदस्तूर जारी हैं। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार शहर के हनुमंत भवन के पास,जुनाकोट,खेड़ रोड़,समदड़ी रोड़,भांडियावास रोड़,गांधीपुरा,क्षत्रियों का मोर्चा,नेहरू कॉलोनी सहित कई मौहल्लों में पुलिस की चौथ वसूली के चलते खुले आम सटोरिये अपना कारोबार बेहिचक धड्ल्ले से चला रहे हैं।
सूत्रों के अनुसार इन सटोरियो से चौथ वसूलने के लिए पुलिस प्रशासन ने सादा वर्दीधारी कांस्टेबल छोड़ रखें है जो दिनभर उक्त सटोरियो के ठिकानों से चौथ वसूल कर लाते है तथा अपनी मनमर्जी से चौथ वसूली की राशि अपने अधिकारियों तक पहुंचाते है। विश्वसनीय सूत्र बताते है कि जो कांस्टेबल सटोरियो से चौथ वसूलते है वे प्रतिमाह एक लाख से अधिक की राशि स्वयं डकार जाते है तो अनुमान लगाया जाए की अपने अधिकारियो को कितनी राशि प्रतिमाह देते होंगे।
सूत्रों के अनुसार राजस्थान में सट्टा के लिए बहुचर्चित फलोदी कस्बा है उसके बाद दूसरा स्थान औद्योगिक नगरी बालोतरा हैं। यहा प्रतिदिन क्रिकेट मैच,सोना चांदी,ग्वार गम व चुनावों सहित अनेक प्रकार के करोड़ों के सट्टे का कारोबार प्रतिदिन होता है। पुलिस के आला अफसरों द्वारा अपने कांस्टेबलों के अलावा शहर में कुछ मुखबिर भी छोड़ रखें है जो गुप्त रूप से सट्टा का कारोबार करने वालों की सूचना देते रहते है जिस पर पुलिस अफसर उनके विरूद्ध कार्यवाहीं कर महकमें के उच्चाधिकारियो के नजरों में हिमायती बन जाते है।
सूत्र बताते है कि सट्टा कारोबार के जाल में फंसकर शहर में दर्जनों युवक बर्बाद हो चुके है तो अनेक युवकों ने अपने घर के जेवरात व जमीन जायदाद को दांव पर लगा चुके हैं तथा कई युवक कर्जदार बनकर भी घूमते नजर आते है। पुलिस प्रशासन के उच्चाधिकारियों को चाहिए की वें अपने स्तर पर ईमानदान पुलिस अधिकारियों के नेतृत्व में एक टीम गठित कर कार्यवहीं करेंगे तो निश्चित रूप से शहर में एक दर्जन से अधिक सटोरिये पुलिस की गिरफ्त में आ सकते है।