डेंगू ने पसारे पांव, मरीजों की बढ़ी तादाद

राजकीय अस्पताल के वार्ड में लगाए अतिरिक्त बेड, फिर भी खाली नहीं जगह

बालोतरा (भगाराम पंवार)। उपखड़ क्षेत्र में बे-मौसम बारिश के कारण व मच्छरों की बढ़ती तादाद से अस्पताल में बढ़ते उल्टी-दस्त, बुखार और पेट दर्द के मरीज व डेंगू के मरीजों की बढ़ती संख्या से भी चिकित्सा विभाग हुआ फिर भी अलर्ट नहीं हो रहा है। एक तरफ बारिश का कहर तो दूसरी तरफ मच्छरों की बढ़ती तादाद के चलते क्षेत्र में मौसमी बीमारी के मरीजों की संख्या में लगातार बढ़ोत्तरी हो रही है।

बालोतरा व सिवाना समेत आस-पास के गांवों में उल्टी-दस्त, बुखार, पेट दर्द, खांसी आदि बीमारियों के मरीज अस्पताल में बढ़े है। मरीजों की संख्या बढऩे से राजकीय व निजी अस्पतालों के वार्ड भी इस समय खाली नहीं है। सवा सौ से ज्यादा खाट वाले राजकीय अस्पताल के में तो दिनोंदिन बढ़ रहे मरीजों के कारण वार्ड में अतिरिक्त खाट लगवाए गए हैं, इसके बावजूद मरीजों को उसमें जगह नहीं मिल रही है। वार्ड में पलंग नहीं मिलने से कई मरीज तो ड्रिप लगवाने के बाद शाम को अपने घरों की ओर लौटने को मजबूर है।

जानकारी के अनुसार प्रतिदिन इनडोर में 40-45 मरीज उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। जबकि मौसमी बीमारी फैलने से मरीजों की संख्या बढ़ गई है। इस माह सितंबर में तो मौसमी बिमारियों के मरीजों के आंकड़ों में कई तेजी आई है और कई मरीजों को निजी अस्पतालों की ओर रूख करना पड़ रहा है।

दुकान एक मरीजों की भीड़ ज्यादा : सरकारी अस्पताल में नि:शुल्क दवा वितरण के लिए सिर्फ एक दुकान ही स्वीकृत है, जबकि इस वर्तमान में एक दुकान ही खुली रहने से मरीजों को दवाइयां लेने में काफी दिक्कतें हो रही है। तेज धूप व गर्मी में दुकान के बाहर घंटों तक लाइन में खड़ा रहना पड़ता है। वृद्ध व गंभीर बीमार मरीज तो कई बार लंबी कतार देखकर दवाइयां भी नहीं ले पाते हैं। दवाइयां लेने वाले मरीजों की संख्या अधिक होने से संचालक को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है।

नियुक्ति दी पर सामग्री नहीं भेजी : राजकीय अस्पताल में डेंटल विशेषज्ञ के पद पर राज्य सरकार ने पिछले माह एक डॉक्टर की नियुक्ति तो कर दी, लेकिन डेंटल संबंधित रोग के उपचार की अभी तक कोई सामग्री अस्पताल में उपलब्ध नहीं हो पाई है। ऐसे में डॉक्टर भी किसी मरीज का उपचार करने में असमर्थ है और वे करीब दो माह से डेंटल सामग्री का इंतजार कर रहे हैं। ऐसे में मरीज मायूस होकर वापस लौटने को मजबूर है।

पालड़ी एम में  डीडीटी का छिड़काव : मच्छरों की रोकथाम के लिए नगर परिषद की ओर से पूरे शहर में विभाग की ओर से डीडीटी पाउडर का छिड़काव करवाया जा रहा है। वही चिकित्सा विभाग ने पेट दर्द, उल्टी-दस्त व बुखार के मरीज बढऩे के मामले को गंभीरता से लेते हुए ब्लॉक क्षेत्र के सभी स्वास्थ्य केंद्रों के प्रभारियों को निर्देश दे दिए हैं।

पेट दर्द और बुखार के बढ़े मरीज : सरकारी अस्पताल में इलाज के लिए प्रतिदिन पहुंच रहे मरीजों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो अधिकांश मरीज बुखार, पेट दर्द, उल्टी-दस्त, खांसी आदि रोगों के है। हालांकि चिकित्सा विभाग ने मौसमी बीमारी की रोकथाम के लिए ब्लॉक क्षेत्र के सभी चिकित्सा कर्मियों को अलर्ट कर दिया है, लेकिन इसके बावजूद भी पिछले करीब एक माह से मरीजों की संख्या कम होने के बजाय बढ़ी है। शहर के राजकीय अस्पताल में पहले प्रतिदिन करीब 300 मरीज इलाज के लिए आते थे, लेकिन वर्तमान में इसकी संख्या बढ़कर लगभग 400 अधिक हो गई है। यही हाल निजी अस्पतालों के भी है।


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