वाणिज्य कर विभाग ने जीएसटी के दायरे में आने वाले वर्गों को किया जागरूक

अजमेर। पूरे देश में आगामी एक अप्रैल 2017 से प्रस्तावित एकल कर प्रणाली जीएसटी गुडस एण्ड सर्विस टैक्स की कार्यप्रणाली एवं कर समायोजन सहित इ...

अजमेर। पूरे देश में आगामी एक अप्रैल 2017 से प्रस्तावित एकल कर प्रणाली जीएसटी गुडस एण्ड सर्विस टैक्स की कार्यप्रणाली एवं कर समायोजन सहित इसके लाभों की जानकारी के लिए वाणिज्य कर विभाग ने आज परिसंवाद आयोजित की विभिन्न संगठनों को जागरूक किया। अधिकारियों ने व्यापारिक संगठनों को जीएसटी की जानकारी देकर उनसे सुझाव भी मांगे।

परिसंवाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रमुख शासन सचिव वित्त पी.एस.मेहरा ने कहा कि पूरे देश में एकल कर प्रणाली लागू करने के लिए केन्द्र व राज्य सरकार द्वारा आगामी एक अप्रेल 2017 से पूरे देश में जीएसटी लागू किया जाना प्रस्तावित है। यह कर प्रणाली विभिन्न राज्यों में करों की विसंगतियों को समाप्त कर एक ही कर लागू करने पर आधारित है। फिलहाल जीएसटी का ड्राफ्ट तैयार किया गया है। इस पर व्यापारिक एवं अन्य संगठनों की राय जानने तथा जीएसटी को और अधिक मजबूत करने के लिए संभाग स्तर पर यह परिसंवाद आयोजित किया जा रहा है। आगामी दिनों में यह कार्यक्रम जिला स्तर पर भी चलाया जाएगा।

मेहरा ने कार्यक्रम में कहा कि जीएसटी में वैट, उत्पाद कर एवं सेवा कर सहित 16 से अधिक करों को समाप्त कर सिर्फ एक ही टेक्स जीएसटी रखा जाएगा। इससे विभिन्न राज्यों में करों की विसंगतियां तो समाप्त होंगी ही साथ ही व्यापारी एवं उपभोक्ता वर्ग को भी फायदा पहुंचेगा।

परिसंवाद को संबोधित करते हुए शासन सचिव वित्त प्रवीण गुप्ता ने कहा कि जीएसटी पूरी तरह आॅनलाइन प्रणाली रहेगी जो इससे संबंधित सभी पक्षों का समय भी बचाएगी। उन्होंने पावर पाॅइन्ट प्रजेन्टेशन के जरिए परिसंवाद में उपस्थित पक्षों को जीएसटी की जानकारी दी। कार्यक्रम में अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर एवं टोंक जिलों के 45 व्यापारिक, उद्योग, सीए एवं टैक्स बार आदि के प्रतिनिधियों ने सुझाव दिए। परिसंवाद में जिला कलेक्टर गौरव गोयल, निदेशक जीएसटी विनोद कुमार शर्मा, अतिरिक्त आयुक्त कर ओंकार सिंह, अतिरिक्त आयुक्त अजमेर के.एल.जैन, अतिरिक्त आयुक्त भीलवाड़ा वाहिद अली सहित विभागीय अधिकारी भी मौजूद थे।

इस लेख पर अपने विचार व्यक्त करें...

Related Posts

Rajasthan 4563817461321380958
item