संभागीय आयुक्त ने की विकास कार्यों की समीक्षा
https://khabarrn1.blogspot.com/2015/07/blog-post_17.html
अजमेर। संभागीय आयुक्त डाॅ. धर्मेद्र भटनागर ने अजमेर संभाग के चारों जिलों में चल रहे विकास कार्यों की विस्तार से समीक्षा करते हुए जिला कलक्टर्स से कहा है कि वे बिजली, पानी, चिकित्सा जैसे महत्वपूर्ण विभागों की नियमित माॅनीटरिंग कर यह सुनिश्चित करें कि उनके जिले के दूर-दराज के गांवों में इनकी व्यवस्था पूर्ण सुचारू रहें।
उन्होंने कहा कि आम-जनजीवन सभी विकास कार्यों से जुड़ा हुआ है, परन्तु इन विभागों की सेवाओं की हर क्षण जरूरत रहती है। संभागीय आयुक्त आज प्रातः संभाग के अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर व टोंक के जिला कलक्टर सहित विभिन्न विभागों के संभागीय स्तर के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने बिजली, पानी, चिकित्सा के अतिरिक्त सड़क, शिक्षा, महात्मा गांधी नरेगा, कृषी, मिड डे मील, सामाजिक सुरक्षा, राजस्व लोक अदालत अभियान सहित सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों के तत्काल निस्तारण पर विस्तार में चर्चा की।
उन्होंने आगामी 22 जुलाई से जयपुर में होने वाली कलक्टर्स कांफ्रेंस की अजमेर संभाग की तैयारियों के बारे में भी सभी जिला कलक्टर से विस्तार में विचार विमर्श किया।
सम्भागीय आयुक्त ने अजमेर विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता से कहा कि बारिश के इस मौसम में नीचे लटकने वाले तारों की पूर्ण जांच कराकर इन्हें तत्काल ठीक कराएं और मुख्य मार्गों पर इसकी निगरानी के पुख्ता इंतजाम करें।
उन्होंने यह भी कहा कि निगम के कनिष्ठ, सहायक और अधीशाषी अभियंताओं के मोबाईल नम्बर ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत, अटल सेवा केन्द्रों सहित अन्य प्रमुख केन्द्रों पर उपलब्ध कराएं, जिससे किसी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल जानकारी दी जा सके। जानमाल की सुरक्षा करना सबसे प्रमुख दायित्व है।
डाॅ. भटनागर ने पेयजल और चिकित्सा सेवाओं के लिए विभाग के ग्रामीण स्तर पर नियुक्त कर्मचारी एवं प्राथमिक व केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर नियुक्त चिकित्सक व अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को मुख्यालय पर रहने के लिए पूरी तरह से पाबन्द करने को कहा।
उन्होंने कृषि विभाग के उपनिदेशक को भी निर्देश दिए कि काश्तकारों को वर्षा के इस समय में खाद, बीज व रासायनिक की किसी प्रकार की कमी नही हों तथा ग्रामीण क्षेत्रों पर निर्धारित वितरण केन्द्रों पर पूर्व में ही इन्हें वितरित कराने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने सरकारी स्कूलों में छात्रा-छात्राओं को वितरत किए जा रहे मिड डे मील के समय पर वितरण और निर्धारित मापदण्ड के अनुसार उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
डाॅ. भटनागर ने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत तथा संभाग में विभिन्न योजनाओं में बनायी जा रही सड़कों के कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान देने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि आये दिन सड़कों के टूटने और पेचवर्क नहीं होने की शिकायत जनप्रतिनिधियों एवं अन्य स्तर से प्राप्त होती है जिसकी निगरानी की आवश्यकता है। जिला कलक्टर अपने स्तर पर अधिकारियों को लगाकर इसके निगरानी कराएं।
उन्होंने जिलों में विभिन्न विभागों के क्षतिग्रस्त व जीणशीर्ण अवस्था के भवनों के बारे में भी जानकारी करने के लिए जिला कलक्टर को कहा और बताया कि यदि किसी विभाग या कार्यालय के पास स्थान उपलब्ध नही है तो ऐसे भवनों की मरम्मत कराकर किराए के आधार पर चल रहे विभागों को भवन दिए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि आम-जनजीवन सभी विकास कार्यों से जुड़ा हुआ है, परन्तु इन विभागों की सेवाओं की हर क्षण जरूरत रहती है। संभागीय आयुक्त आज प्रातः संभाग के अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर व टोंक के जिला कलक्टर सहित विभिन्न विभागों के संभागीय स्तर के अधिकारियों के साथ विकास कार्यों की समीक्षा कर रहे थे।
उन्होंने बिजली, पानी, चिकित्सा के अतिरिक्त सड़क, शिक्षा, महात्मा गांधी नरेगा, कृषी, मिड डे मील, सामाजिक सुरक्षा, राजस्व लोक अदालत अभियान सहित सम्पर्क पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों के तत्काल निस्तारण पर विस्तार में चर्चा की।
उन्होंने आगामी 22 जुलाई से जयपुर में होने वाली कलक्टर्स कांफ्रेंस की अजमेर संभाग की तैयारियों के बारे में भी सभी जिला कलक्टर से विस्तार में विचार विमर्श किया।
सम्भागीय आयुक्त ने अजमेर विद्युत वितरण निगम के मुख्य अभियंता से कहा कि बारिश के इस मौसम में नीचे लटकने वाले तारों की पूर्ण जांच कराकर इन्हें तत्काल ठीक कराएं और मुख्य मार्गों पर इसकी निगरानी के पुख्ता इंतजाम करें।
उन्होंने यह भी कहा कि निगम के कनिष्ठ, सहायक और अधीशाषी अभियंताओं के मोबाईल नम्बर ग्रामीण क्षेत्रों में ग्राम पंचायत, अटल सेवा केन्द्रों सहित अन्य प्रमुख केन्द्रों पर उपलब्ध कराएं, जिससे किसी प्रकार की समस्या होने पर तत्काल जानकारी दी जा सके। जानमाल की सुरक्षा करना सबसे प्रमुख दायित्व है।
डाॅ. भटनागर ने पेयजल और चिकित्सा सेवाओं के लिए विभाग के ग्रामीण स्तर पर नियुक्त कर्मचारी एवं प्राथमिक व केन्द्रीय स्वास्थ्य केन्द्रों पर नियुक्त चिकित्सक व अन्य चिकित्सा कर्मचारियों को मुख्यालय पर रहने के लिए पूरी तरह से पाबन्द करने को कहा।
उन्होंने कृषि विभाग के उपनिदेशक को भी निर्देश दिए कि काश्तकारों को वर्षा के इस समय में खाद, बीज व रासायनिक की किसी प्रकार की कमी नही हों तथा ग्रामीण क्षेत्रों पर निर्धारित वितरण केन्द्रों पर पूर्व में ही इन्हें वितरित कराने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने सरकारी स्कूलों में छात्रा-छात्राओं को वितरत किए जा रहे मिड डे मील के समय पर वितरण और निर्धारित मापदण्ड के अनुसार उपलब्ध कराने पर जोर दिया।
डाॅ. भटनागर ने क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत तथा संभाग में विभिन्न योजनाओं में बनायी जा रही सड़कों के कार्य की गुणवत्ता पर ध्यान देने की आवश्यकता बताते हुए कहा कि आये दिन सड़कों के टूटने और पेचवर्क नहीं होने की शिकायत जनप्रतिनिधियों एवं अन्य स्तर से प्राप्त होती है जिसकी निगरानी की आवश्यकता है। जिला कलक्टर अपने स्तर पर अधिकारियों को लगाकर इसके निगरानी कराएं।
उन्होंने जिलों में विभिन्न विभागों के क्षतिग्रस्त व जीणशीर्ण अवस्था के भवनों के बारे में भी जानकारी करने के लिए जिला कलक्टर को कहा और बताया कि यदि किसी विभाग या कार्यालय के पास स्थान उपलब्ध नही है तो ऐसे भवनों की मरम्मत कराकर किराए के आधार पर चल रहे विभागों को भवन दिए जा सकते हैं।