'डाटामेल' ऐप के साथ बीएसएनएल ने की 8 भारतीय भाषाओं में फ्री ई-मेल एड्रेस की शुरुआत
https://khabarrn1.blogspot.com/2016/12/BSNL-starts-free-e-mail-address-in-8-indian-language-with-datamail.html
जयपुर। केंद्र सरकार की डिजिटल इंडिया की मुहिम को एक कदम और आगे बढ़ाते हुए बीएसएनएल ने 'डाटामेल' सेवा की शुरुआत की है। इस सेवा के तहत बीएसएनएल अपने ब्रॉडबैंड उपभोक्ताओं को 8 भारतीय भाषाओं में नि:शुल्क ई-मेल एड्रेस की सुविधा मुहैया कराएगा। इससे अब बीएसएनएल के उपभोक्ता डाटामेल सेवा में अपनी भाषा में ही अपना ई-मेल आईडी खोल सकेंगे।
इस सेवा की शुरुआत करते हुए बीएसएनएल के प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय भाषाओं में ई-मेल की सुविधा दुनिया में अपने आप में एक अनूठी पहल है और इसके माध्यम से हम प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपने को आसानी से साकार कर पाएंगे। अब देश के हर भाग में रहने वाले लोगों का अपनी भाषा में एक ई-मेल एड्रेस होगा और वे अपनी पसंद की भाषा में संवाद कर पाएंगे।
बीएसएनएल के निदेशक (सीएफए) एन.के. गुप्ता ने बताया कि 'बीएसएनएल द्वारा प्रस्तावित भाषाई ई-मेल सेवा का डोमेन नाम 'डाटावन.भारत' होगा और इसके तहत 8 क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं में ई-मेल एड्रेस होगा। ये भाषाएं हैं- हिंदी, गुजराती, उर्दू, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, बंगाली और मराठी। डाटामेल नि:शुल्क है और इसे किसी भी एंड्रॉयड या आईओएस सिस्टम के जरिए उनके प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
गौरतलबब है कि कुछ महीनों पहले केंद्र सरकार ने भारतीय भाषाओं में डॉट भारत डोमेन लॉन्च किया था, ताकि ग्रामीण इलाकों में रहने वाली देश की 70 प्रतिशत आबादी के बीच इंटरनेट के उपयोग को बढ़ावा दिया जा सके और उन्हें अपनी भाषाओं में डोमेन नाम की सुविधा दी जा सके। भारतीय भाषाओं में नि:शुल्क ई-मेल एड्रेस की शुरुआत के साथ भारत सरकार के उपक्रम बीएसएनएल ने डिजिटल इंडिया की मुहिम को आगे बढ़ाने में एक ऊंची छलांग लगाई है।
डाटा एक्सजेन के संस्थापक सीईओ अजय डाटा ने बताया कि एक तरफ जहां दुनिया के अनेक देश अपने यहां के गैर अंग्रेजी भाषी लोगों के लिए भाषाई ई-मेल की शुुरुआत करने का अभी इंतजार ही कर रहे हैं, वहीं पूरी तरह स्वदेश में बने सॉफ्टवेयर की बदौलत डाटामेल ने देश में एक तरह से नई क्रांति की शुरुआत कर दी है। हमें इस बात की खुशी है कि बीएसएनएल की सहभागिता में हम हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सब जानते हैं कि ग्रामीण और सुदूरवर्ती इलाकों में सबसे शक्तिशाली नेटवर्क के साथ बीएसएनएल औरों से कहीं आगे है।'
ट्राई की तरफ से जारी इंडियन टेलीकॉम सर्विसेज परफॉर्मेंस इंडीकेटर्स रिपोर्ट (अप्रेल-जून, 2016) के अनुसार देश में अभी 350.48 मिलियन लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं और यह संख्या देश की कुल आबादी का सिर्फ 30 प्रतिशत हिस्सा ही है। इसका अर्थ यह भी है कि देश के 70 प्रतिशत लोग, जिसमें ज्यादातर ग्रामीण इलाकों के हैं, वे इंटरनेट का उपयोग नहीं कर रहे हैं। दूसरी तरफ, इंटरनेट पर भारतीय भाषाओं में 0.1 प्रतिशत से भी कम सामग्री है। जबकि देश की 89 प्रतिशत आबादी गैर अंग्रेजी भाषी है, जो कि अंग्रेजी में आने वाले ई-मेल को पढऩे में और संवाद कायम करने में समर्थ नहीं है।
इस सेवा की शुरुआत करते हुए बीएसएनएल के प्रबंध निदेशक अनुपम श्रीवास्तव ने कहा कि भारतीय भाषाओं में ई-मेल की सुविधा दुनिया में अपने आप में एक अनूठी पहल है और इसके माध्यम से हम प्रधानमंत्री के डिजिटल इंडिया के सपने को आसानी से साकार कर पाएंगे। अब देश के हर भाग में रहने वाले लोगों का अपनी भाषा में एक ई-मेल एड्रेस होगा और वे अपनी पसंद की भाषा में संवाद कर पाएंगे।
बीएसएनएल के निदेशक (सीएफए) एन.के. गुप्ता ने बताया कि 'बीएसएनएल द्वारा प्रस्तावित भाषाई ई-मेल सेवा का डोमेन नाम 'डाटावन.भारत' होगा और इसके तहत 8 क्षेत्रीय भारतीय भाषाओं में ई-मेल एड्रेस होगा। ये भाषाएं हैं- हिंदी, गुजराती, उर्दू, पंजाबी, तमिल, तेलुगू, बंगाली और मराठी। डाटामेल नि:शुल्क है और इसे किसी भी एंड्रॉयड या आईओएस सिस्टम के जरिए उनके प्लेस्टोर से डाउनलोड किया जा सकता है।
गौरतलबब है कि कुछ महीनों पहले केंद्र सरकार ने भारतीय भाषाओं में डॉट भारत डोमेन लॉन्च किया था, ताकि ग्रामीण इलाकों में रहने वाली देश की 70 प्रतिशत आबादी के बीच इंटरनेट के उपयोग को बढ़ावा दिया जा सके और उन्हें अपनी भाषाओं में डोमेन नाम की सुविधा दी जा सके। भारतीय भाषाओं में नि:शुल्क ई-मेल एड्रेस की शुरुआत के साथ भारत सरकार के उपक्रम बीएसएनएल ने डिजिटल इंडिया की मुहिम को आगे बढ़ाने में एक ऊंची छलांग लगाई है।
डाटा एक्सजेन के संस्थापक सीईओ अजय डाटा ने बताया कि एक तरफ जहां दुनिया के अनेक देश अपने यहां के गैर अंग्रेजी भाषी लोगों के लिए भाषाई ई-मेल की शुुरुआत करने का अभी इंतजार ही कर रहे हैं, वहीं पूरी तरह स्वदेश में बने सॉफ्टवेयर की बदौलत डाटामेल ने देश में एक तरह से नई क्रांति की शुरुआत कर दी है। हमें इस बात की खुशी है कि बीएसएनएल की सहभागिता में हम हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया के सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। सब जानते हैं कि ग्रामीण और सुदूरवर्ती इलाकों में सबसे शक्तिशाली नेटवर्क के साथ बीएसएनएल औरों से कहीं आगे है।'
ट्राई की तरफ से जारी इंडियन टेलीकॉम सर्विसेज परफॉर्मेंस इंडीकेटर्स रिपोर्ट (अप्रेल-जून, 2016) के अनुसार देश में अभी 350.48 मिलियन लोग इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं और यह संख्या देश की कुल आबादी का सिर्फ 30 प्रतिशत हिस्सा ही है। इसका अर्थ यह भी है कि देश के 70 प्रतिशत लोग, जिसमें ज्यादातर ग्रामीण इलाकों के हैं, वे इंटरनेट का उपयोग नहीं कर रहे हैं। दूसरी तरफ, इंटरनेट पर भारतीय भाषाओं में 0.1 प्रतिशत से भी कम सामग्री है। जबकि देश की 89 प्रतिशत आबादी गैर अंग्रेजी भाषी है, जो कि अंग्रेजी में आने वाले ई-मेल को पढऩे में और संवाद कायम करने में समर्थ नहीं है।
